
UN जनरल असेंबली को 25 सितंबर को संबोधित कर सकते हैं पीएम मोदी, कई वैश्विक नेता भी रह सकते हैं मौजूद
AajTak
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को वार्षिक उच्च स्तरीय संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र (यूएन जनरल असेंबली सेशन) को व्यक्तिगत रूप से संबोधित कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को वार्षिक उच्च स्तरीय संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र (यूएन जनरल असेंबली सेशन) को व्यक्तिगत रूप से संबोधित कर सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी वक्ताओं की लिस्ट के जरिए से ऐसी उम्मीद जताई जा रही है. हालांकि, लिस्ट और कार्यक्रम में परिवर्तन भी हो सकता है और उच्च स्तरीय वार्षिक सत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में विश्व के नेताओं की उपस्थिति वैश्विक कोरोना महामारी के हालात पर निर्भर करेगी. विशेष रूप से अमेरिका समेत उन देशों में जहां कोरोना का डेल्टा वैरिएंट तबाही मचा रहा है.
इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.










