Pak Independence Day: अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाक रेंजर्स ने BSF जवानों को दी मिठाइयां
AajTak
15 अगस्त, 1947 भारतीय इतिहास की वो तारीख है जब हमारा देश ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ था. वहीं इसी दिन पाकिस्तान को भी आजादी मिली थी. लेकिन 15 अगस्त के बावजूद पाकिस्तान अपनी आजादी का जश्न 14 अगस्त को मनाता है.
पाक रेंजर्स ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार को अमृतसर के अटारी-वाघा बॉर्डर पर बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों और अधिकारियों को मिठाई भेंट की. बीएसएफ अधिकारियों ने भी पाक रेंजर्स को आजादी दिवस की मुबारकबाद देते हुए मिठाई दी. बीएसएफ कमांडेंट जसबीर सिंह ने कहा कि हम लोग कल भी भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पाक रेंजर्स को मिठाई भेंट करेंगे.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.