
NDA में चिराग को तरजीह! चाचा पारस आज ले सकते हैं बड़ा फैसला, क्या थामेंगे महागठबंधन का हाथ?
AajTak
बिहार में NDA के सीट बंटवारे में पशुपति पारस को तरजीह ना मिलने की बात सामने आ रही है. इस बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के प्रमुख पशुपति पारस आज महागठबंधन के साथ जाने को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. दिल्ली में आज RLJP संसदीय बोर्ड की बड़ी बैठक है.
बिहार में NDA के सीट बंटवारे में पशुपति पारस को तरजीह ना मिलने की बात सामने आ रही है. इस बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के प्रमुख पशुपति पारस आज महागठबंधन के साथ जाने को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. दिल्ली में आज RLJP संसदीय बोर्ड की बड़ी बैठक है.
दरअसल, एनडीए में सीट बंटवारे के जिस फॉर्मूले की बात सामने आ रही है, उससे पारस खेमे में मायूसी है. इस बीच महागठबंधन के नेता लगातार पारस खेमे से संपर्क साध रहे हैं. कल (13 मार्च) जैसे ही चिराग को NDA में तरजीह मिलने की बात सामने आई, पशुपति पारस ने देर रात तक अपने सांसदों के साथ बातचीत की. बताया जा रहा है कि वह केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफे के विकल्प पर भी विचार कर रहे हैं.
इस बीच जब केंद्रीय मंत्री और बिहार BJP के सीनियर नेता गिरिराज सिंह से सीट शेयरिंग के ऐलान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,'बिहार की चिंता करने की जरूरत नहीं है. जब सबकुछ हो जाएगा तो बता दिया जाएगा.'
16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी नीतीश की JDU
एक दिन पहले ही सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आई थी कि NDA ने बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर लंबे समय से जारी सस्पेंस अब खत्म कर लिया है. इसमें कहा गया कि जीतन राम मांझी की पार्टी HAM को 1 सीट, उपेन्द्र कुशवाह की पार्टी RLM को 1 सीट और चिराग पासवान को हाजीपुर समेत 5 सीटें देने पर सहमति बनी है. इसके अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 16 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. जबकि पशुपति पारस की पार्टी को एनडीए में एक भी सीट नहीं मिलेगी.
पशुपति पारस को राज्यपाल बनने का ऑफर!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.






