
Maharashtra crisis: 'इतनी बड़ी बगावत और आपको भनक तक नहीं', NCP ने शिवसेना लीडरशीप पर उठाए सवाल
AajTak
महाराष्ट्र की सियासत में शह-मात का खेल लगातार चल रहा है. एक तरफ उद्धव ठाकरे मंथन के लिए खुद उतर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी भी एक्टिव हो गई है. एक दिन पहले शरद पवार समेत एनसीपी नेताओं की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक में सरकार पर संकट को लेकर चर्चा की गई और आगे की रणनीति तय की गई.
महाराष्ट्र में सियासी संकट गहराता जा रहा है. आज पांचवें दिन उद्धव और शिंदे गुट में शह और मात का खेल तेज हो गया है. इस बीच, महा विकास अघाडी सरकार के सहयोगी दलों में बैठकों का दौर चल रहा है. एक दिन पहले शरद पवार समेत एनसीपी नेताओं की मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक में सरकार पर संकट को लेकर चर्चा की गई और आगे की रणनीति तय की गई. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान एनसीपी नेताओं ने शिवसेना की टॉप लीडरशिप पर ही सीधे सवाल किए.
एनसीपी के नेताओं का कहना था कि शिवसेना के अंदर इतनी बड़ी बगावत हो गई है और उनके नेताओं को इसकी भनक तक नहीं लगी. यह सब हैरान कर देने वाला घटनाक्रम है. वहीं, उद्धव ने कहा कि कुछ बागी विधायक उनके संपर्क में हैं. वे एसएमएस के जरिए बातचीत कर रहे हैं. उम्मीद है कि वे मुंबई आएंगे तो फिर से संपर्क करेंगे और साथ देंगे.
एनसीपी की बैठक में ये प्रमुख सवाल किए गए...
1. इतने बड़े स्तर पर बगावत हो गई और शिवसेना का पूरा नेतृत्व कैसे अनभिज्ञ बना रहा?2. यह अजीब लगता है कि जो नेता 'वर्षा' (सीएम हाउस) में बैठक में शामिल हुए थे, वे बाद में बागी हुए और गुवाहाटी चले गए.3. जमीनी स्तर काम करने वाले कार्यकर्ताओं की तरफ से प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी जा रही है?
शिवसेना कैंप के सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने भी अपना पक्ष रखा और कहा-
1. उद्धव ने कहा कि एकनाथ शिंदे हमारे पास आए और दो मुद्दे उठाए. पहला- फिर से बीजेपी के साथ जाने पर विचार किया जाए. दूसरा- फंड और अन्य विकास के मुद्दे पर विधायकों की शिकायत रखी. मैंने उनसे कहा कि बीजेपी के साथ जाना स्वीकार्य नहीं है, लेकिन फंड के मुद्दे पर चर्चा करेंगे.2. सीएम ने बैठक में शामिल होने वाले विधायकों के बागी होने और गुवाहाटी जाने के तरीके पर भी अपनी पीड़ा जताई.3. उद्धव ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही बागी विधायक महाराष्ट्र आएंगे. उनमें से कुछ उनके साथ वापस आ जाएंगे. उद्धव ने एनसीपी को यह भी बताया कि कुछ बागी विधायक SMS के जरिए उनसे बात कर रहे हैं और जवाब दे रहे हैं. इसलिए मुझे उनके वापस आने की उम्मीद है.4. उद्धव ने शरद पवार से कहा कि शुरू में किसी भी हिंसा या विरोध के खिलाफ कैडर को निर्देश दिया गया था. अंदेशा था कि यह काउंटर प्रोडक्टिव साबित हो सकता है. लेकिन आने वाले दिनों में कार्यकर्ता जमीन पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे. अंत में पवार ने उद्धव से कानूनी समेत सभी विकल्प तलाशने को कहा है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.







