JNUSU Election: जेएनयू में चार साल बाद छात्रसंघ चुनाव का ऐलान, 22 मार्च को वोटिंग, 24 मार्च को आएंगे नतीजे
AajTak
जेएनयू में चार साल बाद छात्रसंघ चुनाव का ऐलान कर दिया गया है. इस बार 22 मार्च को वोटिंग होगी, उसके बाद 24 मार्च को अध्यक्ष समेत सभी पदों पर जीते हुए उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया जाएगा.
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ (Jawarlal Nehru University Student Union) के चुनाव की घोषणा चार साल बाद कर दी गई है. इस बार स्टूडेंट यूनियन के चुनाव 22 मार्च को होंगे. जेएनयू (JNU) की इलेक्शन कमेटी ने छात्र संघ चुनावों की घोषणा करते हुए बताया कि 11 मार्च को वोटर लिस्ट तैयार होगी और 14 मार्च से उम्मीदवारों का नामांकन शुरू होगा.
2023-24 के छात्रसंघ चुनाव की वोटिंग 22 मार्च को होगी. इसके बाद वोटों की गिनती होगी और 24 मार्च को अंतिम परिणामों की घोषणा की जाएगी. पैनल ने वोटर्स की स्थिति में किसी भी संभावित सुधार की अनिवार्य आवश्यकता पर बल दिया है. नामांकन दाखिल करने से काफी पहले सूची बनानी होगी.
अध्यक्ष पद के दावेदार करेंगे बहस
चुनाव प्रक्रिया के अलावा, समिति ने कई अन्य प्रमुख आयोजनों की योजनाओं के बारे में भी बताया है. ऐसा ही एक आयोजन स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष पद की बहस है, जिसे उम्मीदवारों के बीच खुली बातचीत के लिए किया गया है. इसके अलावा जीबीएम की एक सीरीज होगी, जो सामयिक मुद्दों पर बातचीत और विचार-विमर्श का एक मंच होगी.
इलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने इन आयोजनों के महत्व को बताते हुए कहा कि ये न केवल उम्मीदवारों और मतदाताओं के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान करते हैं बल्कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और अखंडता भी सुनिश्चित करते हैं. उन्होंने छात्रों से इन सभी आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेने और संस्थान के भविष्य के नेतृत्व को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह किया.
इसके अलावा कुमार ने कहा कि जीबीएम के लिए विस्तृत कार्यक्रम चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची की पुष्टि होने के बाद ही जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि समिति जेएनयू की समृद्ध लोकतांत्रिक परंपराओं को कायम रखते हुए चुनाव को सुचारू और निष्पक्ष रूप से चलाने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है.
वर्ष 2024 में विभिन्न देशों में धुर दक्षिणपंथी पार्टियों के सत्ता हासिल करने में भी वृद्धि देखी गई है. यह प्रवृत्ति वैश्विक राजनीतिक भावनाओं में व्यापक बदलाव को दर्शाती है, जहां राष्ट्रवाद और रूढ़िवादी विचारधाराएं अधिक प्रमुख होती जा रही हैं. ये परिवर्तन घरेलू नीतियों, अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित करेंगे और आर्थिक रणनीतियों से लेकर सुरक्षा तक सबको नया आकार देंगे.
वाकई, 2024 के चुनाव में कितने ही सुखद संयोग बने हैं. अमृतकाल के इस प्रथम लोकसभा चुनाव में मैंने प्रचार अभियान 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली मेरठ से शुरू किया. मां भारती की परिक्रमा करते हुए इस चुनाव की मेरी आखिरी सभा पंजाब के होशियारपुर में हुई. संत रविदास जी तपोभूमि, हमारे गुरुओं की भूमि पंजाब में आखिरी सभा होने का सौभाग्य भी बहुत विशेष है. इसके बाद मुझे कन्याकुमारी में भारत माता के चरणों में बैठने का अवसर मिला.
लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल ने तीसरी मोदी सरकार की संभावना जताई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बार सभी सभी एग्जिट पोल फेल होंगे. उन्होने कहा कि 4 जून को इ्डिया गठबंधन 295 सीटें जीतकर सरकार बनाएगा. बीजेपी नेता हरदीप पुरी ने दावा किया कि 4 जून को बीजेपी एग्जिट पोल से भी ज्यादा सीटें जीतेगी. देखें सुपरफास्ट खबरें.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 3 जून, 2024 की खबरें और समाचार: लोकसभा चुनावों के सभी चरण पूरे होने के बाद एक तरफ देश रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहा है तो वहीं इस बीच नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने जनता को बड़ा झटका दिया है. भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में आज बंपर उछाल देखने को मिल सकता है और बाजार पहले से ही बंपर सिग्नल देते हुए नजर आ रहा है. वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क जूरी द्वारा ऐतिहासिक सजा सुनाए जाने के बाद वह घर में नजरबंद रहना या जेल में रहना स्वीकार करेंगे.
एग्जिट पोल का अनुमान बताता है कि बीजेपी और महायुति को जितनी सीटों पर जीतने की उम्मीद थी, वो पूरी होती नहीं दिख रही है. एग्जिट पोल में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी को 20-22, कांग्रेस को 3-4, शिवसेना (ठाकरे गुट) को 9-11, शिवसेना (शिंदे गुट) को 8-10, एनसीपी (शरद पवार) को 4-5 और एनसीपी (अजित पवार) को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.