Delhi violence: 10-15 मिनट में बिगड़ गए हालात, साजिश या अचानक उन्माद? जहांगीरपुरी हिंसा की फुल रिपोर्ट
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Jahangirpuri violence: दिल्ली के जहांगीरपुर से शनिवार की शाम जो तस्वीरे सामने आई उसने हर किसी को सन्न कर दिया. हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई. जमकर पत्थरबाजी हुई, गोली भी चली. अब पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि ये कोई साजिश थी या अचानक उपद्रव मच गया.
जहांगीरपुरी दंगों की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. क्राइम ब्रांच के बड़े अधिकारी शाम को जहांगीरपुरी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इलाके का जायजा लिया. लेकिन यह जांच जब तक क्राइम ब्रांच तक पहुंचती उसके पहले ही लोकल पुलिस ने इस मामले में 21 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा दो नाबालिग लड़कों को भी हिरासत में लिया गया.
जहांगीरपुरी में फॉरेंसिक की टीम सोमवार सुबह पहुंची. यह टीम मौके पर सबूत तलाश करेगी. फॉरेंसिक के साथ दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम भी है. इससे पहले स्पेशल सेल की टीम भी मौका ए वारदात पर पहुंच थी और कई सीसीटीवी के फुटेज की जांच की. इसके अलावा इलाके के अपराधियों की लिस्ट भी खंगाली जा रही है.
इस हंगामे में कुल 7 लोग घायल हुए हैं. इनमे 6 पुलिसकर्मी और 1 आम नागरिक शामिल है. पुलिस ने आर्म्स एक्ट, दंगा और हत्या की कोशिश में मुकदमा दर्ज किया है.
कैसे फैली हिंसा?
शनिवार की शाम दिल्ली के जहांगीरपुर से जो तस्वीरे सामने आई उसने हर किसी को सन्न कर दिया है. देश की राजधानी में इस तरह के हालात पैदा होंगे, ये किसी ने नहीं सोचा होगा. हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान आरोप है कि पहले कुछ लोगो की झड़प हुई और फिर पथराव शुरू हो गया. बताया जा रहा है कि दोनों तरफ से पथराव की घटना हुई. जबकि बीच में मौजूद पुलिस काबू करने की कोशिश करती रही, लेकिन काफी देर तक हालात बेकाबू रहे और यहां हिंसा फैल गई. हिंसा में 6 पुलिसकर्मी समेत 7 लोग जख्मी हुए हैं.
पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये सोची समझी साजिश है या अचानक उन्माद का नतीजा है. जांच में ये बात भी सामने आई है कि पूरा मामला 10 से 15 मिनट के भीतर ज्यादा बिगड़ा. महज 10 से 15 मिनट के कम वक्त में ही बेहिसाब भीड़ जुटने के पीछे वजह को भी पुलिस खंगाल रही है. ये जानने की कोशिश की जा रही है कि इलाके में पहले से ही कोई वॉट्सअप ग्रुप तो सक्रिय नहीं था. क्या जहांगीरपुरी में हुआ हंगामा पहले से ही तय था, इसकी स्क्रिप्ट पहले लिखी जा चुकी थी. क्या असलम और अंसार में कोई कनेक्शन है? इन सवालों के जवाब तलाशने में पुलिस जुटी हुई है. अंसार पर पहले से ही 7 एफआईआर दर्ज हैं और वह एक हिस्ट्रीशीटर है.
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