
CPI की स्थापना के सौ साल पूरे हुए, आज RSS के मुकाबले कहां खड़ा है वामपंथ
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ठीक सौ साल पहले देश में दो विपरीत विचारधारा वाले संगठनों की नींव पड़ी थी. कम्युनिस्ट पार्टी और इंडिया (CPI) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS). एक लेफ्ट, तो दूसरा राइट. सत्ताधारी पार्टी बीजेपी का मातृ संगठन होने के नाते RSS साल भर से अलग अलग राजनीतिक गतिविधियों में छाया हुआ है, जबकि सीपीआई के समर्थकों की रस्मअदायगी भर महसूस होती है.
2025 में RSS और CPI दोनों की स्थापना के 100 साल पूरे हो गए हैं. RSS यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और CPI यानी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी. 26 दिसंबर, 2025 को CPI की स्थापना के भी 100 साल पूरे हो गए. आरएसएस के पहले ही पूरे हो चुके हैं.
आरएसएस की स्थापना के 100 साल के जश्न करीब साल भर से मनाए जा रहे हैं, लेकिन CPI के सेलीब्रेशन सिमटे हुए हैं. वैसे भी आरएसएस और सीपीआई में बुनियादी फर्क है. वैचारिक फर्क स्थापना की शुरुआत से ही है, और बुनियादी फर्क भी. आरएसएस खुद को गैर राजनीतिक संगठन बताता है, और सीपीआई तो मुख्यधारा की पार्टी रही है. आरएसएस का राजनीतिक विंग भारतीय जनता पार्टी है.
भारतीय जनता पार्टी के केंद्र और देश कई राज्यों में सरकार होने की वजह से प्रभाव बना हुआ है, जबकि सीपीआई महज केरल में सत्ताधारी गठबंधन LDF में एक हिस्सेदार भर रह गई है.
CPI की स्थापना के 100 साल
RSS की स्थापना 27 सितंबर 1925 को हुई थी, और CPI की 26 दिसंबर 1925 मानी जाती है. क्योंकि, उसी दिन कानपुर सम्मेलन हुआ था. 1964 में अलग होकर बनी CPI (M) मानती है कि सीपीआई की स्थापना 17 अक्टूबर, 1920 हुई थी.
1. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का स्थापना सम्मेलन 26-28 दिसंबर, 1925 को कानपुर में हुआ था, जिसमें करीब 500 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.

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