
BNSS: ऐसे शख्स को विरोध करने या अवहेलना करने पर हिरासत में ले सकती है पुलिस
AajTak
BNSS: यह प्रावधान पुलिस अधिकारी को ऐसे व्यक्ति को हिरासत में लेने और मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने या मामूली मामलों में व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर जल्द से जल्द रिहा करने की अनुमति देता है.
BNSS: देशभर में सोमवार को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) वजूद में आ गई. जिसके मुताबिक, पुलिस अधिकारी ऐसे व्यक्ति को हिरासत में ले सकता है जो संज्ञेय अपराध को रोकने के लिए दिए गए कानूनी निर्देशों का विरोध करता है या उनकी अवहेलना करता है.
ब्रिटिश काल की दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की जगह लेने वाले बीएनएसएस ने 'पुलिस की निवारक कार्रवाई' में धारा 172 के रूप में एक नया प्रावधान पेश किया है. पीटीआई के मुताबिक, जिसमें कहा गया है कि लोगों को संज्ञेय अपराध को रोकने के लिए जारी किए गए पुलिस के निर्देशों का पालन करना चाहिए.
यह प्रावधान पुलिस अधिकारी को ऐसे व्यक्ति को हिरासत में लेने और मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने या मामूली मामलों में व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर जल्द से जल्द रिहा करने की अनुमति देता है. बीएनएसएस के तहत पुलिस अधिकारियों को गैरकानूनी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट के आदेश पर कर्तव्यों का पालन करने में लापरवाही के मामलों में छूट दी गई है.
ऐसे मामलों में सरकार की मंजूरी के बिना पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता. अधिकारियों ने बताया कि बीएनएसएस के खंड 58 के तहत पुलिस कर्मी अब गिरफ्तार व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर किसी भी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर सकते हैं, भले ही न्यायिक अधिकारी के पास क्षेत्राधिकार न हो. खंड 53 के तहत यह भी प्रावधान किया गया है कि गिरफ्तार व्यक्ति की जांच करने वाला चिकित्सक यदि उचित समझे तो एक और चिकित्सा जांच कर सकता है.
पुलिस द्वारा गिरफ्तारी प्रावधानों का दुरुपयोग करने के लिए बीएनएसएस खंड 37/बी के तहत राज्य सरकारों पर एक अतिरिक्त दायित्व डाला गया है कि वे एक पुलिस अधिकारी को नामित करें जो सभी गिरफ्तारियों और गिरफ्तार लोगों के बारे में जानकारी रखने के लिए जिम्मेदार होगा. प्रत्येक पुलिस थाने और जिला मुख्यालय में जानकारी को प्रमुखता से प्रदर्शित करना होगा.
नए आपराधिक कानून में पुलिस अधिकारी के लिए तीन साल से कम कारावास की सजा वाले अपराधों और आरोपी के अशक्त या 60 वर्ष से अधिक आयु के होने के मामले में पुलिस उपाधीक्षक या उससे ऊपर के रैंक के अधिकारी से अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है. गिरफ्तारी से संबंधित सूचना अब रिश्तेदार या मित्र की वर्तमान व्यवस्था के अलावा किसी अन्य व्यक्ति को भी दी जा सकती है.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.

शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.

हरियाणा के पानीपत में सामने आई 'साइको किलर' महिला की कहानी ने लोगों को सदमे में डाल दिया है. पढ़ी-लिखी, शांत और साधारण दिखने वाली पूनम असल में ऐसी साइको किलर निकली, जिसने दो साल में चार मासूम बच्चों की जान ले ली, जिनमें उसका अपना तीन साल का बेटा भी था. पुलिस की पूछताछ में वह कहानी सामने आई, जिसने हर किसी को भीतर तक हिला दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का स्वागत बहुत ही गर्मजोशी के साथ किया. इस मुलाकात की सबसे खास बात वह तोहफा था, जो प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दोस्त पुतिन को दिया. डिनर के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को रूसी भाषा में लिखी श्रीमद्भगवद्गीता की एक प्रति भेंट की. यह उपहार उनकी दोस्ती और सम्मान को दर्शाता है. जानें कैसा रहेगा पुतिन का आज का शेड्यूल?







