Birju Maharaj Death: बिरजू महाराज ने अंताक्षरी खेलते-खेलते ली अंतिम सांस, PM मोदी ने कहा- कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति
ABP News
Birju Maharaj Passes Away: मशहूर कलाकारों में से एक, कथक नर्तक बिरजू महाराज गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और ‘डायलिसिस’ पर थे. उनकी पोती ने बताया कि संभवत: महाराज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई.
Pandit Birju Maharaj Passed Away: दुनियाभर में अपने कथक नृत्य के लिए मशहूर रहे बिरजू महाराज (Birju Maharaj) का रविवार देर रात निधन हो गया. बिरजू महाराज अगले महीने 84 साल के होने वाले थे. उन्हें 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. इसके साथ ही इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिला है. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी थी.
महान कथक नृतक बिरजू महाराज के निधन पर उनकी पोती रागिनी महाराज ने बताया, पिछले एक महीने से उनका इलाज चल रहा था. बीती रात उन्होंने मेरे हाथों से खाना खाया, मैंने कॉफी भी पिलाई. वे रात के भोजन के बाद अंताक्षरी खेल रहे थे, जब अचानक सांस लेने में तक़लीफ होने लगी. हम उन्हें अस्पताल ले गए लेकिन उन्हें बचाया न जा सका.