
Bihar Politics: ब्रह्मर्षि वोटों से बिहार की सत्ता पर काबिज होंगे तेजस्वी! पोस्टर वॉर की रणनीति समझिए
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बोचहां विधानसभा उपचुनाव में मिली शानदार जीत के बाद बिहार की सियासी तस्वीर बदलती दिख रही है. खासकर आरजेडी नेताओं का जोश बढ़ गया है. पटना में राजद कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में यह साफ दिख रहा है.
बिहार में इन दिनों राजद की राजनीतिक महात्वाकांक्षा हिलोरे मार रही है. बोचहां विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत का नतीजा अब पोस्टरों में दिखने लगा है. चुनाव नतीजे के बाद जहां जदयू और बीजेपी में बयानबाजी जारी है. कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग चल रही है. इन सबसे इतर तेजस्वी बिहार की सियासी पीच पर बैटिंग करने में जुटे हैं.
इसी का ताजा परिणाम है, पटना में राजद कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर. ये पोस्टर पूरे बिहार के ब्रह्मर्षि वोटरों को लुभाने के लिए लगाया गया है. हालांकि विधान परिषद चुनाव में अगड़ों पर विश्वास जताकर तेजस्वी ने लालू की राजद को अब तेजस्वी की राजद बनाने की कवायद शुरू कर दी थी. उसी कवायद पर पोस्टर के जरिए मुहर लगाने की मुहिम जारी है.
राजद कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में बोचहां उपचुनाव में जीत की चर्चा की गई है. राजद की ओर से दावा किया जा रहा है कि उपचुनाव में मिले 49 हजार से ज्यादा वोट ब्रह्मर्षि समाज का है. पोस्टर के जरिए नए नारे गढ़े गए हैं. पोस्टर में लिखा गया है कि राजद से ब्रह्मर्षि समाज की कोई दूरी नहीं है, तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री स्वीकारने में कोई मजबूरी नहीं है.
पोस्टर पर बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. बीजेपी ने राजद पर हमला करते हुए कहा है कि राजद पोस्टर लगाकर ओछी राजनीति का परिचय दे रही है. बीजेपी नेता संजय मयूख ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उपचुनाव में जीत का मतलब पूरे बिहार की जीत नहीं मानी जा सकती. उपचुनाव का बहुत मतलब नहीं होता है. एनडीए का वोट बैंक पूरी तरह सुरक्षित है. उसमें कोई सेंधमारी नहीं हुई है.
उधर, राजद भी चुप नहीं है. पोस्टर पर आई बीजेपी की प्रतिक्रिया पर राजद नेता एजाज अहमद ने कहा कि इन दिनों बिहार में तेजस्वी यादव की लहर है. तेजस्वी से प्रभावित होकर युवा और बुजुर्गों के अलावा बिहार के हर वर्ग के लोग राजद से जुड़ रहे हैं. उपचुनाव में इसकी झलक मिल चुकी है. हम ए टू जेड की बात करते हैं और जो हमारे साथ रहेंगे, उन्हें सम्मान दिया जाएगा.

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