Bangarmau Assembly seat: उन्नाव की सबसे चर्चित विधानसभा सीट है बांगरमऊ, कभी रहा कांग्रेस का दबदबा, आज मजबूत है भाजपा
ABP News
Bangarmau Assembly Constituency: बांगरमऊ विधानसभा सीट (Bangarmau seat) पर 1962 में पहली बार चुनाव हुआ था. कभी इस सीट पर कांग्रेस (Congress) का दबदबा था. लेकिन, आज भाजपा (BJP) यहां मजबूत नजर आती है.
Political Equation of Bangarmau Assembly seat: उन्नाव (Unnao) जिले की सबसे चर्चित विधानसभा बांगरमऊ (Bangarmau) है. चर्चा का कारण बहुचर्चित माखी रेप कांड (Makhi Rape Case) है और भाजपा (BJP) विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) पर गंभीर आरोप लगे थे, जिसके बाद दोषी पाए जाने पर उनको सजा हुई. यदि बात की जाए बांगरमऊ विधानसभा के गठन की तो पहली बार 1962 में यहां चुनाव हुआ था. पहली बार इसे सुरक्षित सीट रखा गया था जिसमें कांग्रेस (Congress) के सेवा राम यहां से विधायक बने थे. उसके बाद कांग्रेस ने 1969 ,1980 ,1985 और 1991 में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (Sheila Dikshit) के ससुर गोपीनाथ दीक्षित ने लगातार यहां से 4 बार जीत दर्ज की थी.
सियासी समीकरण 1996 और 2002 में बीएसपी के रामशंकर पाल ने यहां से जीत दर्ज की, इसके बाद इस सीट से तीन बार सपा के प्रत्याशी चुने गए, जिसमें 1993 में अशोक सिंह देवी, 2007 में कुलदीप सिंह सेंगर और 2012 में बदलू खां ने यहां से जीत दर्ज की. 2017 में भाजपा ने पहली बार इस सीट पर जीत दर्ज की और विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बने. रेप के मामले में कुलदीप सिंह सेंगर के जेल जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के श्रीकांत कटियार ने जीत दर्ज की.