
2014, 2019 और 2024... शिवाजी के प्रतापगढ़, केदारनाथ और अब कन्याकुमारी, चुनाव नतीजों से पहले आध्यात्मिक यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी
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लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.
2024 के लोकसभा चुनाव में आखिरी फेज का प्रचार खत्म होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. वे तमिलनाडु के कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. पीएम 30 मई को कन्याकुमारी पहुंचेंगे और 1 जून तक वहीं रहेंगे. कन्याकुमारी में महासागर के बीच उभरी इस विशाल चट्टान पर आसीन होकर ध्यान लगाएंगे. वो भी उसी शिला पर जहां स्वामी विवेकानंद ने ध्यान लगाया था. ऐसा नहीं है कि पीएम मोदी चुनाव अभियान के बाद पहली बार ध्यान लगाने के लिए जा रहे हैं. 2014 में वो शिवाजी के प्रतापगढ़ और 2019 में उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ गुफा पहुंचे थे. पीएम मोदी देश में अब तक जहां-जहां दौरे पर पहुंचे, वहां पर्यटन को जबरदस्त रफ्तार मिली है. पर्यटकों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है.
लोकसभा चुनाव में सातवें फेज में 1 जून को वोटिंग होनी है. चुनाव प्रचार 30 मई की शाम 5 बजे खत्म हो रहा है. पीएम मोदी पंजाब के होशियारपुर में अपनी आखिरी रैली करेंगे और उसके बाद वो वहीं से तमिलनाडु के कन्याकुमारी के लिए रवाना हो जाएंगे. पीएम वहां समुद्र तट से 500 मीटर भीतर स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचेंगे और 31 मई से एक जून की शाम तक (24 घंटे) ध्यान मंडपम में ध्यान लगाएंगे. स्थानीय प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है.
132 साल पहले स्वामीजी ने भी यहीं किया था तप
विवेकांनद रॉक मेमोरियल वही जगह है, जहां 132 साल पहले स्वामी विवेकानंद तैरकर पहुंचे थे और उन्होंने तीन दिन तक ध्यान लगाया था. स्वामी जी 25, 26, 27 दिसंबर 1892 को यहां तप किया था. कहा जाता है कि यहीं उन्हें भारत माता की दिव्य अवधारणा की अनुभूति हुई थी. इतना ही नहीं, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी यहां दो घंटे तक ध्यान लगाया था.
क्यों महत्वपूर्ण है यह शिला?

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