2, 3 या 4... कितनी सीट से चुनाव लड़ सकता है एक उम्मीदवार? जानें- उपचुनाव पर कितना होता है खर्च
AajTak
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस बार भी दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल इस बार रायबरेली और वायनाड से खड़े हुए हैं. पिछली बार भी राहुल ने अमेठी और वायनाड से चुनाव लड़ा था. ऐसे में जानते हैं कि कोई व्यक्ति एक बार में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ सकता है?
पिछली बार की तरह ही इस बार भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी दो सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी इस बार केरल की वायनाड और यूपी की रायबरेली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 में राहुल ने वायनाड और अमेठी से चुनाव लड़ा था. अमेठी से वो हार गए थे, जबकि वायनाड से उन्होंने चार लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीता था.
इस बार के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी वो बड़ा नाम हैं, जो दो सीटों से खड़े हुए हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. लोकसभा के साथ ही ओडिशा में विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं. नवीन पटनायक ने हिंजली और कांटाबांजी सीट से नामांकन दायर किया है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव में लगभग 23 उम्मीदवार ऐसे थे, जिन्होंने दो सीटों पर चुनाव लड़ा था.
2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दो सीटों- वाराणसी (यूपी) और वड़ोदरा (गुजरात) से चुनाव लड़ा था. वो दोनों ही जगह जीत गए थे. इसके बाद वड़ोदरा सीट से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
यह भी पढ़ें: कभी बाल ठाकरे से वोट का अधिकार छीना, अब मोदी-राहुल के बयानों पर नोटिस... जानें कितना ताकतवर है चुनाव आयोग
एक से ज्यादा सीटों पर चुनाव
पांचवें चरण में जिन 49 सीटों पर चुनाव होना है, इनमें से 40 से अधिक सीटें एनडीए के पास हैं. पांचवें चरण में कई केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत भी ईवीएम में कैद होने जा रही है. 20 मई को महाराष्ट्र की 13, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार की पांच, झारखंड की तीन, ओडिशा की पांच और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की एक-एक सीट पर मतदान होगा. पांचवें चरण में सबसे कम सीटों (49) पर मतदान होने जा रहा है.
कर्नाटक में एनडीए की सहयोगी जेडीएस के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया गया है. वह लोकसभा का चुनाव भी लड़ रहे थे लेकिन आरोपों के बाद वह विदेश चले गए हैं. उनके दादा और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा ने भी पूरे मामले पर टिप्पणी की है और कहा है कि अगर उनके पोते (प्रज्वल) के खिलाफ कार्रवाई की जाती है तो उन्हें को आपत्ति नहीं होगी.
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने आजतक से खास बाचतीच की. इस दौरान उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए. इस बीच प्रियंका गांधी से जब पूछा गया कि जब आप राम राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस नहीं जाती है तो बीजेपी कहती है कि ये एंटी हिंदू पार्टी है. तो कैसे ये कांग्रेस की एंटी हिंदू ब्रांडिंग हो गई है?