हवा में टकरा गए दो फाइटर जेट! जानें क्या है उनकी ताकत, कितनी है मारक क्षमता
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मध्य प्रदेश के मुरैना में भारतीय वायुसेना के दो फाइटर जेट मिराज 2000 और सुखोई 30 के बीच हवा में टक्कर हो गई जिससे बड़ा हादसा हो गया. इस दुर्घटना में एक पायलट की मौके पर मौत हो गई जबकि दूसरे पायलट की हालत गंभीर है और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. दोनों विमानों मेंं कुल तीन पायलट सवार थे.
मध्य प्रदेश में भारतीय वायुसेना के दो फाइटर जेट सुखोई-30 और मिराज-2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गए जिसमें एक पायलट की मौके पर ही मौत हो गई जबकि विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी मौत से जंग लड़ रहे हैं. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक यह हादसा हवा में दोनों लड़ाकू विमानों के बीच टक्कर की वजह से हुआ है.
ऐसे में हम आपको बताते हैं कि जिन दो फाइटर जेट के बीच ये टक्कर हुई है उनकी क्षमता क्या है और वो कितने मारक हैं. सबसे पहले हम बात करते हैं मिराज-2000 फाइटर जेट की जिसे इंडियन एयरफोर्स का बेहतरीन लड़ाकू विमान माना जाता है. हमारे दोनों पड़ोसी पाकिस्तान और चीन इस फाइटर जेट से डरते हैं.
Mirage 2000 जिससे डरते है पाक-चीन
मिराज 2000 दुनिया के सबसे घातक फाइटर जेट्स में से एक है क्योंकि इसमें काफी ज्यादा मात्रा में हथियार लगाए जाते हैं. इसमें 30 मिलीमीटर की दो रिवॉल्वर कैनन लगती हैं. जो प्रति मिनट 125 राउंड फायर करती है. इसमें कुल मिलाकर 9 हार्ड प्वाइंट्स होते हैं, जिसमें से चार पंखों के नीचे और 5 ईंधन टैंक के नीचे.
मिराज 2000 (Mirage 2000) फाइटर जेट्स को उड़ाने के लिए सिर्फ एक पायलट की जरूरत होती है. इस जेट की लंबाई 47.1 फीट होती है. विंगस्पैन 29.11 फीट होती है. ऊंचाई 17.1 फीट होती है. हथियारों और ईंधन के साथ इसका वजन 13,800 किलोग्राम हो जाता है.
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