सिंघु बॉर्डर कांड पर आपकी जिम्मेदारी नहीं? चित्रा त्रिपाठी का सांसद राजकुमार चाहर से सवाल
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सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदर्शनस्थल पर एक सनसनीखेज वारदात से हड़कंप मच गया है. वहां पर बैरिकेड से एक दलित सिख युवक की लाश लटकती मिली है. मृतक लखबीर सिंह का अंग-भंग है. हत्या का आरोप निहंग सिखों के एक समूह पर लगा है. लखबीर सिंह निहंग सिखों का ही सेवादार था. आरोपों के मुताबिक एक धार्मिक पुस्तक की बेअदबी के आरोपों के चलते उसके साथ ये सुलूक हुआ. इस घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने बयान में कहा कि उनका मृतक और आरोपी निहंग सिखों के साथ कोई संबंध नहीं है. हालांकि मृतक लखबीर सिंह 3 दिन पहले प्रदर्शनस्थल पर निहंग सिखों के कैंप में रहने आया था. किसान संगठनों ने अपने प्रदर्शनस्थल पर हुई वारदात की जिम्मेदारी नहीं ली है, ऐसे में दंगल का सवाल है कि लखबीर की हत्या का जिम्मेदार कौन है? इस पर देखें दंगल.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.