
'सांता आया तोहफा लाया', नेताओं पर चढ़ा क्रिसमस का खुमार, देखें सो सॉरी
AajTak
2025 खत्म हो रहा है और दुनिया में इस समय क्रिसमस की धूम है. हर तरफ सांता का इंतजार हो रहा है. ऐसे में पीएम मोदी, अमित शाह से लेकर राहुल गांधी तक सांता बन अलग-अलग अंदाज में शुभकामनाएं दे रहे हैं. देखिए सो सॉरी का ये स्पेशल एपिसोड.

यूपी के हिस्ट्रीशीटर विनय त्यागी को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस वाहन पर फायरिंग कर दी. इस घटना से मौके पर हड़कंप मच गया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. विनय त्यागी पर यह हमला उनके आपराधिक इतिहास के कारण हुआ माना जा रहा है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संदिग्धों की तलाश में जुट गई है.

आरोप है कि उन्नाव रेप केस की नाबालिग पीड़िता को 11 से 20 जून 2017 के बीच कुलदीप सेंगर ने अगवा कर रेप किया. इसके बाद उसे 60 हजार रुपये में बेच दिया गया. बाद में पीड़िता को माखी थाना क्षेत्र से बरामद किया गया. आरोप यह भी है कि पीड़िता को पुलिस अधिकारियों की ओर से लगातार धमकाया गया और सेंगर के निर्देश पर चुप रहने का दबाव बनाया गया. इसके बाद रेप, अपहरण और आपराधिक धमकी सहित पॉक्सो एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार किया गया.

बेंगलुरु में दो गंभीर घटनाएं हुईं जहां पहली में एक लड़की को प्यार का प्रस्ताव अस्वीकार करने पर खुले में हमला किया गया. यह वारदात 22 दिसंबर को ज्ञानभारती पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई जब आरोपी कार से नीचे उतरकर पीड़िता पर हमला कर गया, उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की. पीड़िता की शिकायत पर आरोपित की खोज जारी है. दूसरी घटना में, एक बैंकर की पत्नी को आरोपी बालमुरुगन ने मगाडी रोड के पास सरेआम गोली मारी. घटना के बाद आरोपी ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया.

हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब रुड़की जेल से लक्सर कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जा रहे कुख्यात अपराधी विनय त्यागी पर बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी. हमले में विनय त्यागी और पुलिस काफिले के दो कांस्टेबल घायल हो गए. घटना लक्सर फ्लाईओवर के पास हुई. पुलिस ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट ब्रीफिंग में इस ऐतिहासिक फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि इस नई परियोजना पर करीब 12,015 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. सरकार के मुताबिक इससे सालाना 33,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड ($CO_2$) उत्सर्जन में कमी आएगी. इससे कर्तव्य भवन और केंद्रीय कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलेगा.








