
'सरपंच हत्याकांड के आरोपी पर PMLA क्यों नहीं लगाया?' सुप्रिया सुले ने राज्य सरकार से पूछे सवाल
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सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं सवाल उठाना चाहती हूं और केंद्र और राज्य सरकार से पूछना चाहती हूं. 2022 से जुड़ा एक दस्तावेज है जिसमें मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड पर जबरन वसूली का आरोप है. तो मेरा केंद्र और राज्य सरकार से सीधा सवाल है कि उनके खिलाफ पीएमएलए क्यों नहीं लगाया गया?'
महाराष्ट्र के बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े मामले शरद पवार की एनसीपी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला किया है. सांसद सुप्रिया सुले ने मृतक परिवार के लिए न्याय की मांग करते हुए कहा कि जिम्मेदार लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
बीड जिले के मसाजोग के सरपंच देशमुख को नौ दिसंबर को कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा पनचक्की परियोजना का संचालन कर रही एक कंपनी से जबरन वसूली के प्रयास का विरोध करने को लेकर अपहृत कर लिया गया था. बाद में प्रताड़ित करने के बाद उनकी हत्या कर दी गई थी.
वाल्मिकी कराड पर PMLA क्यों नहीं?
सुप्रिया सुले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'पिछले एक महीने से बजरन सोनावणे (सांसद) और जितेंद्र आव्हाड (विधायक) बीड और परभणी में हुई मौतों का मुद्दा उठा रहे हैं. 2022 से जुड़ा एक दस्तावेज है जिसमें मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड पर जबरन वसूली का आरोप है. तो मेरा केंद्र और राज्य सरकार से सीधा सवाल है कि उनके खिलाफ पीएमएलए क्यों नहीं लगाया गया?'
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सुप्रिया सुले ने कहा, 'इसके अलावा, अवधा कंपनी ने जबरन वसूली करने का एफआईआर दर्ज कराई है. हमने देखा है कि कैसे ईडी अनिल देशमुख, संजय राउत और नवाब मलिक के खिलाफ सक्रिय थी.. वाल्मीक कराड पर पीएमएलए और ईडी की कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? वाल्मीक कराड को विशेष सुविधा क्यों दी जा रही है? मुझे राज्य सरकार से जवाब चाहिए.. अगर सरकार एफआईआर पर कार्रवाई करती तो सरपंच संतोष देशमुख की मौत टाली जा सकती थी.'

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