शिवाजी के वंशज को राज्यसभा पहुंचने के लिए 'मातोश्री' पर टेकना होगा माथा!
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महाराष्ट्र की छह राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. शिवाजी के वंशज संभाजी राजे ने निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया है, लेकिन उच्च सदन पहुंचने के लिए उनके पास नंबर नहीं है. ऐसे में शिवसेना ने शर्त रखी है कि संभाजी राजे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलकर पार्टी में शामिल हो जाएं. ऐसे में देखना है कि संभाजी उच्च सदन पहुंचने के लिए क्या मातोश्री जाकर समर्थन मांगेगे?
महाराष्ट्र की 6 राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन मंगलवार से शुरू हो रहा है. सूबे में विधायकों की संख्या के लिहाज से देखें तो दो बीजेपी, एक शिवसेना, एक कांग्रेस और एक सीट एनसीपी को मिलनी तय है. मुकाबला छठी राज्यसभा सीट के लिए होना है, जिस पर शिवाजी महाराज की 13वीं पीढ़ी के संभाजी राजे ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की दावेदारी की है. ऐसे में संभाजी को उच्च सदन पहुंचने के लिए मातोश्री पर माथा टेकना होगा, क्योंकि शिवसेना के समर्थन के बिना उनका राज्यसभा पहुंचना मुश्किल हैं.
बता दें महाराष्ट में जिन राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें बीजेपी से पीयूष गोयल, विनय सहस्त्रबुद्धे और विकास महात्मे, कांग्रेस से पी चिदंबरम, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल और शिवसेना से संजय राउत की सीटें खाली हो रही हैं. महाराष्ट्र में विधानसभा के सदस्यों की संख्या के लिहाज से बीजेपी की एक सीट कम हो रही है जबकि महाविकास अघाड़ी गठबंधन को एक सीट का फायदा हो सकता है. हालांकि, छठी सीट पर संभाजी राजे ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिसके चलते मुकाबला रोचक हो गया है.
शिवसेना ने रखी शर्त
संभाजी राजे ने निर्दलीय राज्यसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जिन्हें एनसीपी समर्थन देने के लिए तैयार है. शिवसेना ने संभाजी को उच्च सदन में भेजने के लिए पार्टी में शामिल होने की शर्त रख दी है. शिवसेना सांसद संजय राउत राज्यसभा की दो सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार उतारने की बात कह चुके हैं. संभाजी राजे के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने उनसे कहा था कि आप शिवसेना में शामिल हो जाइए, इससे हमारी पार्टी की संख्या राज्यसभा में बढ़ जाएगी. संभाजी के पास राज्यसभा में पहुंचने के लिए जरूरी वोट नहीं हैं.
मराठा क्रांति मोर्चे का एक प्रतिनिधिमंडल संभाजी राजे के लिए समर्थन जुटा रहा है. मराठा क्रांति मोर्चा ने रविवार को महाराष्ट्र के मंत्री व शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और संभाजी राजे छत्रपति के लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा. वहीं, शिवसेना के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी संभाजी राजे से मुलाकात की थी. उस प्रतिनिधि मंडल में सांसद अनिल देसाई, उदय सामंत, मिलिंद नार्वेकर शामिल थे. इस दौरान शिवसेना नेताओं ने संभाजी को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से माताश्री जाकर मिलने की बात कही थी.
संभाजी राजे पहले ऐलान कर चुके हैं कि वे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे, लेकिन जीत के लिए नंबर का आंकड़ा शिवसेना के समर्थन के बिना पूरा नहीं हो रहा है. इस दिशा में संभाजी राजे और उनके करीबी लोग तमाम दलों के साथ मुलाकात कर समर्थन मांग रहे हैं. इसी कड़ी में संभाजी राजे सोमवार को सीएम उद्धव से मिलने वाले थे, लेकिन अभी तक दोनों नेताओं के बीच मुलाकात नहीं हो सकी है. सोमवार को संभाजी और उद्धव के बीच मुलाकात के लिए दोपहर का वक्त तय माना जा रहा था, लेकिन संभाजी कोल्हापुर रवाना हो गए थे.
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