'वो जाना नहीं चाहता था, डरा हुआ था लेकिन...', टाइटन हादसे में मारे गए पिता-बेटे को लेकर परिवार ने क्या कहा?
AajTak
टाइटन पनडुब्बी की मदद से गहरे समुद्र में एडवेंचर मिशन पर गए सभी पांचों यात्रियों की मौत हो गई है. सभी यात्री टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने जा रहे थे लेकिन पानी में जाने के कुछ समय बाद ही पनडुब्बी में विस्फोट हो गया जिससे सभी की जान चली गई. हादसे में पाकिस्तान के बिजनेसमैन शहजादा दाऊद और उनके बेटे की भी मौत हो गई है.
टाइटन नामक पनडुब्बी से टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने गए सभी पांच लोगों की मौत हो गई है. यात्रियों में पाकिस्तान के बिजनेस टाइकून शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद भी शामिल थे. 19 साल के सुलेमान की उम्र पांचों यात्रियों में सबसे कम थी. अब उनकी दर्दनाक मौत के बाद उनकी चाची ने कहा है कि उनका भतीजा गहरे पानी में टाइटैनिक का मलबा देखने जाने से पहले डरा हुआ था. सुलेमान बस अपने पिता की खातिर डर के बावजूद भी मुश्किल सफर पर निकले थे.
46 साल के शहजादा दाऊद की बहन अजमेह दाऊद ने कहा कि पनडुब्बी के कमांड शिप पोलर प्रिंस के रवाना होने से पहले उन्होंने अपने भतीजे से बात की थी.
उन्होंने एनबीसी न्यूज से बातचीत में बताया, 'सुलेमान काफी डरा हुआ था. लेकिन फादर्स डे के वीकेंड पर वो अपने पिता के साथ रिश्ते को और मजबूत करने के लिए उनके साथ गहरे पानी में चला गया.'
अजमेह ने बताया कि उनके भाई शहजादा को बचपन से ही टाइटैनिक में बहुत रुचि थी और वो उसे देखना चाहते थे लेकिन उनका भतीजा उसे देखने जाने से पहले 'पूरी तरह से तैयार' नहीं था.
ऑशनगेट ने की यात्रियों की मौत की पुष्टि
ऑशनगेट नामक कंपनी की यह पनडुब्बी रविवार को लापता हो गई थी. पानी में जाने के दो घंटे से भी कम समय में इसका संपर्क अपने जहाज से टूट गया था. इसके बाद अमेरिका ने उसे ढूंढने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया. गुरुवार को पनडुब्बी का मलबा मिला और अब ऑशनगेट ने पुष्टि कर दी है कि पनडुब्बी में सवार सभी पांच लोगों की मौत हो चुकी है.
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. इसमें कहा गया है, रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान कैद एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह जंगली जानवर है. ये तथ्य सत्य नहीं हैं. कैमरे में कैद जानवर एक आम घरेलू बिल्ली है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.