वैश्विक नेताओं से क्यों कराते हैं गंगा आरती? नामांकन से ठीक पहले इंटरव्यू में PM मोदी ने बताया
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैंने G20 में एक प्रयोग किया था. मैंने तय किया था कि मैं G20 को मोदी तक सीमित नहीं रखूंगा. मैं G20 को दिल्ली तक सीमित नहीं रखूंगा. हमने G20 की देश के अलग-अलग स्थानों पर 200 मीटिंग की. उसका परिणाम ये हुआ कि G20 का काम तो हुआ लेकिन वैश्विक नेताओं को देश की विविधता के बारे में भी पता चला.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लगातार तीसरी बार वाराणसी से नामांकन करने जा रहे हैं. नामांकन से पहले पीएम मोदी ने आजतक को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में वाराणसी, लोकसभा चुनाव और मां गंगा के महत्व सहित कई मुद्दों पर बातचीत की.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर मैं कमर्शियल या फाइनेंशियल माइंड से सोचूं तो ये देश 140 करोड़ का मार्केट है, जो गंगा स्नान के लिए जाना चाहता है, चारधाम जाना चाहता है, द्वादश ज्योतिर्लिंग जाना चाहता है और जो अष्टगणेश की पूजा करना चाहता है. ऐसे में मैंने इसमें इकोनॉमी भी देखी है और भविष्य भी देखा है. जब आप अपनी चीजों का गौरव या सम्मान करते हैं तो सारी दुनिया भी आपका सम्मान करती है.
पीएम मोदी वैश्विक नेताओं से क्यों कराते हैं गंगा आरती?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैंने G20 में एक प्रयोग किया था. मैंने तय किया था कि मैं G20 को मोदी तक सीमित नहीं रखूंगा. मैं G20 को दिल्ली तक सीमित नहीं रखूंगा. हमने G20 की देश के अलग-अलग स्थानों पर 200 मीटिंग की. उसका परिणाम ये हुआ कि G20 का काम तो हुआ लेकिन वैश्विक नेताओं को देश की विविधता के बारे में भी पता चला.
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पीएम मोदी ने कहा कि जी20 के दौरान दुनियाभर के तकरीबन एक लाख लोग भारत आए थे. ये लोग दुनिया के महत्वपूर्ण देशों की निर्णय प्रक्रिया में महत्व रखने वाले लोग थे. इन लोगों ने सारा देश देखा. उन्हें पता लगा कि ये देश इतना बड़ा और विविधताओं से भरा हुआ है. तो इस तरह मैंने अपने देश की ब्रांडिंग के लिए G20 का उपयोग किया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.