लखीमपुर हिंसा: तीन में से दो गाड़ियां आशीष मिश्रा की, इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के सहारे खोजे जाएंगे सबूत
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3 अक्टूबर को हुई लखीमपुर के तिकुनिया में हिंसा की वारदात को हूबहू समझने के लिए 11 दिन बाद लखीमपुर पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया. पुलिस ने घटनास्थल पर अंकित दास उनके गनर लतीफ और ड्राइवर शेखर को उतारा और समझने की कोशिश की कि घटना के बाद वह लोग कैसे भागे और कैसे उनकी गाड़ी पलटी.
लखीमपुर हिंसा में शामिल 3 गाड़ियों में सबसे पीछे चलने वाली स्कॉर्पियो लखीमपुर के ठेकेदार की नहीं बल्कि आशीष मिश्रा मोनू के करीबी रिश्तेदार की बताई जा रही है. जिसे आशीष का ड्राइवर चला रहा था. वहीं लखीमपुर हिंसा में रिमांड पर लिए गए मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा और उनके करीबी अंकित दास को घटनास्थल पर ले जाकर पुलिस ने 3 अक्टूबर के पूरे घटनाक्रम को समझने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने आरोपियों के बयान से समझा की घटना के बाद कौन कहां से कैसे भागा तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के सहारे भी सबूत इकट्ठा करने में जुटी है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.