राजस्थान में बारिश, 'रेगिस्तान' डूबा, गलियां बन गई नदी, बहने लगे बच्चे, Photos
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राजस्थान के फतेहपुर शेखवटी में आम तौर पर पारा 40 डिग्री के पार चला जाता है, लेकिन इस बार बारिश ने ऐसा कहर बरपाया है कि फतेहपुर का झुझनू रोड मानो टापू बन गया है.
देश के कई इलाकों में बारिश ने जबरदस्त कहर बरपाया है. महाराष्ट्र से लेकर राजस्थान तक... कई जगह शहर डूबे हैं, लाखों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है और लोग जान बचाकर राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं. राजस्थान के फतेहपुर शेखवटी में भी हालात ऐसे हैं. यहां लोग बारिश के लिए तरसते थे, लेकिन इस बार बारिश ने कहर बरपाया है. राजस्थान के फतेहपुर शेखवटी में आम तौर पर पारा 40 डिग्री के पार चला जाता है, लेकिन इस बार बारिश ने ऐसा कहर बरपाया है कि फतेहपुर का झुझनू रोड मानो टापू बन गया है. पूरा सारनाथ मंदिर डूब गया है. राजकीय धानुका अस्पताल में भी पानी भर गया. इस बार फतेहपुर शेखावटी में सबसे ज्यादा बारिश हुई है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.