
'यूपी में होते तो मेरा बुलडोजर दंगाइयों को ठीक कर देता', जोधपुर में गहलोत सरकार पर बरसे योगी आदित्यनाथ
AajTak
योगी आदित्यनाथ ने कहा- जोधपुर में एक साल पहले संत की उपद्रवियों ने हत्या कर दी थी. यहां की सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की. ऐसी ही घटनाएं भरतपुर, अलवर और हर जिले में दिखाई दीं. ये कर्फ्यू और दंगों वाली सरकार है. आपकी आस्था का सम्मान सिर्फ भाजपा सरकार ही कर सकती है.
राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है. भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां राज्य में धुआंधार प्रचार में लगी हैं. भाजपा के स्टार प्रचारक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजस्थान में कथित तौर पर बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार पर जमकर हमला बोला.
उन्होंने जोधपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'दो साल पहले जोधपुर में सड़कों पर नंगी तलवारें लहराते और दंगाई गतिविधियों में शामिल लोगों का खतरनाक दृश्य देखा गया था. अगर ये दंगाई उत्तर प्रदेश में होते तो मेरा बुलडोजर उन्हें ठीक कर देता, लेकिन राजस्थान सरकार चुप रही.' योगी ने लोगों से जोधपुर शहर में भाजपा उम्मीदवारों अतुल भंसाली, सूरसागर में देवेन्द्र जोशी और सरदारपुरा निर्वाचन क्षेत्र में डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ के लिए वोट करने का आग्रह किया.
'यह कर्फ्यू-दंगों की सरकार, तुष्टीकरण करती है कांग्रेस'
सरदारपुरा को राजस्थान की हॉट सीट माना जा रहा है क्योंकि यहां से बीजेपी उम्मीदवार महेंद्र सिंह राठौड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मैदान में हैं. योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कांग्रेस सरकार पर अपना वोट बैंक सुरक्षित करने के लिए दंगाइयों को 'अराजकता फैलाने' की खुली छूट देने का आरोप लगाया. उन्होंने अशोक गहलोत सरकार की आलोचना करते हुए उनकी सरकार को 'कर्फ्यू और दंगों की सरकार' करार दिया.
उन्होंने कहा, 'ये वोट बैंक के नाम पर अराजकता फैलाने की चोट कब तक होगी. कांग्रेस सरकार तुष्टीकरण करती है. सिर्फ एक ही समुदाय के हित की बात करती है. कांग्रेस ऐसा करेगी तो गरीब, आदिवासी, पिछड़े, किसान और युवा कहां जाएंगे? राजस्थान सरकार सुरक्षा नहीं दे सकती. महिलाओं को सम्मान और गरीब को कल्याण नहीं दे सकती. विकास की योजनाएं नहीं दे सकती. आस्था को भी सम्मान नहीं दे सकती. रामनवमी के जुलूस पर सरकार रोक लगाती है.'
'सिर्फ भाजपा कर सकती है आपकी आस्था का सम्मान'

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







