
मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी पर कसा शिकंजा, 9 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने हिरासत में लिया
AajTak
माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. दरअसल ईडी ने शुक्रवार को मुख्तार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे 9 घंटे पूछताछ की. इसके बाद देर रात उन्हें हिरासत में ले लिया. बताया जा रहा है कि वह एजेंसी के कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए हैं.
माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी को ईडी ने शुक्रवार देर रात हिरासत में ले लिया. इससे पहले ED ने अपने प्रयागराज ऑफिस में उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की. मुख्तार अंसारी के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था. मुख्तार भाई अफजाल अंसारी के बयान दर्ज करने के बाद अब्बास अंसारी से दूसरे राउंड की पूछताछ शुरू की गई थी, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
बताया जा रहा है कि कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद अब्बास की गिरफ्तारी दिखाई जाएगी. ईडी दफ्तर के बाहर भारी पुलिस फोर्स भी तैनात कर दिया गया है. अब्बास मऊ विधानसभा सीट से सुभासपा विधायक हैं. ED ने अब्बास अंसारी के खिलाफ पिछले महीने लुकआउट नोटिस जारी किया था.
मई में परिवार के कई सदस्यों से हुई थी पूछताछ
ईडी ने मार्च 2021 में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. इसके बाद ईडी ने मुख्तार के भाई और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी से इस साल 9 मई, फिर मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी और विधायक भतीजे शोएब अंसारी से 10 मई को और अब्बास अंसारी और छोटे बेटे उमर अंसारी से 20 मई को पूछताछ की थी.
तीन मामलों को लेकर दर्ज किया गया है केस
मुख्तार अंसारी के खिलाफ 2020 में जाली दस्तावेज तैयार कर सरकारी जमीन पर कब्जे करने, लखनऊ में धोखाधड़ी कर संपत्ति अर्जित करने, धोखाधड़ी कर विधायक निधि निकालने का केस दर्ज है. इन्हीं तीनों मुकदमों को आधार बनाकर ईडी ने भी मुख्तार अंसारी पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










