मीराबाई का डाक टिकट और 525 रुपये का सिक्का जारी, PM बोले- बृज आना मेरे लिए सौभाग्य की बात
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पीएम ने कवि और भगवान कृष्ण भक्त मीराबाई की 525वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित 'मीराबाई जन्मोत्सव' में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने मीराबाई के सम्मान में एक डाक टिकट और 525 रुपये का सिक्का जारी किया. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बृज की धरती पर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना की. पीएम ने इसके बाद कवि और भगवान कृष्ण भक्त मीराबाई की 525वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित 'मीराबाई जन्मोत्सव' में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने मीराबाई के सम्मान में एक डाक टिकट और 525 रुपये का सिक्का जारी किया.
इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, "मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज बृज के दर्शन का अवसर मिला है. बृज लालजी और लाडली के बीचे में प्रेम का अवतार है. ये बृज पूरे संसार में पूजनीय है. बृज के रग-रग में राधा रानी रमा हुई है. यहां के कण-कण में कृष्ण रमाए हुए हैं. विश्व की सभी तीर्थ यात्राओं का जो लाभ होता है, उससे भी ज्यादा लाभ अकेले मथुरा और बृज की यात्रा से मिल जाता है. आज बृज महोत्सव और संत मीराबाई जी की 525वीं जयंती समारोह के जरिए मुझे एक बार फिर बृज में आने का अवसर मिला है."
पीएम ने आगे कहा, "मैं सांसद बहन हेमा मालिनी जी का भी अभिनंदन करता हूं. वो सांसद तो हैं, लेकिन वो बृज में रम गई हैं. मेरे लिए इस समारोह में आना एक और वजह से भी विशेष है. भगवान कृष्ण से लेकर मीराबाई तक का गुजरात से एक अलग रिश्ता रहा है. गुजरात जाकर ही श्रीकृष्ण द्वारकाधीश बने. राजस्थान से मथुरा में आने वाली मीराबाई ने भी अपना अंतिम जीवन गुजरात में ही बिताया था.
उन्होंने कहा कि आज इस महोत्सव में संत मीराबाई के नाम पर स्मारक सिक्का और टिकट जारी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. 84 कोस का ये बृज मंडल यूपी-राजस्थान को जोड़कर बनता है.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "संत मीराबाई का जीवन शुद्ध भक्ति और विश्वास का एक अनूठा उदाहरण है. भगवान श्री कृष्ण को समर्पित उनके भजन और दोहे आज भी हम सभी के दिलों को श्रद्धा से भर देते हैं."
राजस्थान के राजपूत घराने में हुआ था मीराबाई का जन्म
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