
मायावती पर दो टूक सवाल, यूपी को लेकर दो शर्तें... अखिलेश ने INDIA गठबंधन को बता दी 2024 की लक्ष्मण रेखा
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इंडिया गठबंधन की दिल्ली में हुई बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस से मायावती पर दो टूक सवाल कर लिया. अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन को 2024 की लक्ष्मण रेखा भी बता दी. सपा का तल्ख रुख देख कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने स्टैंड क्लियर किया.
इंडिया गठबंधन की दिल्ली में हुई बैठक लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के लिहाज से भी खास थी. मध्य प्रदेश चुनाव के समय से ही समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के रिश्ते जिस तरह से तल्ख नजर आ रहे थे, नजर इस पर भी थी कि दोनों दलों के शीर्ष नेता जब साथ बैठते हैं तब इस तल्खी की छाप नजर आएगी या 'बीती ताहि बिसारि दे, आगे की सुधि लेइ' की छाप? अखिलेश यादव ने मायावती को लेकर कांग्रेस से दो टूक सवाल किया तो यूपी को लेकर दो शर्तें भी रख दीं.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन को 2024 चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन को लक्ष्मण रेखा बता दी. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ कांग्रेस की बातचीत का मुद्दा उठाया. अखिलेश यादव ने तल्ख लहजे में पूछा कि क्या इस गठबंधन के इतर कांग्रेस पार्टी बहुजन समाज पार्टी के साथ बातचीत कर रही है, क्या वह बसपा को इस गठबंधन में लाना चाहती है? कांग्रेस सबसे पहले इस पर अपना रुख स्पष्ट करे. उन्होंने यह भी पूछ लिया कि अगर कांग्रेस ऐसा चाहती है तो वह साफ कर दे क्योंकि तब समाजवादी पार्टी को भी अपना स्टैंड इस गठबंधन को लेकर साफ करना पड़ेगा.
अखिलेश यादव के कांग्रेस नेतृत्व से पूछे गए इस सवाल में तल्खी थी. कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने अखिलेश के सवाल का जवाब दिया. कांग्रेस की ओर से बसपा को लेकर रुख साफ करते हुए यह जानकारी दी गई कि हमारा उत्तर प्रदेश में बसपा के साथ गठबंधन का कोई इरादा नहीं है. कांग्रेस पार्टी यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही चुनाव में जाएगी. दरअसल, अखिलेश यादव कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व यानी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ ही कई नेताओं के लगातार बसपा से संपर्क में होने को लेकर खफा थे.
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अखिलेश यादव लगातार ये बात कह रहे थे कि यूपी में गठबंधन का नेतृत्व सपा ही करेगी. इंडिया गठबंधन की स्टीयरिंग यूपी में सपा के हाथ में ही होगी और सीट शेयरिंग में भी हमारी चलेगी. इंडिया गठबंधन की बैठक में कांग्रेस ने भी ये साफ कह दिया कि हम यूपी में अखिलेश के नेतृत्व में ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस का ये स्टैंड एक तरह से अखिलेश की शर्तों पर मुहर है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से इस तरह की चर्चा थी कि यूपी कांग्रेस के नेता बसपा से गठबंधन के पक्ष में हैं.
इंडिया गठबंधन की दिल्ली में हुई बैठक से एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के बड़े कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मीटिंग की थी. इस बैठक में भी बसपा से गठबंधन की बात उठी थी. राहुल और प्रियंका की बैठक में भी दो धड़े साफ दिखाई दिए. प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व बसपा से गठबंधन की वकालत कर रहा था तो वहीं प्रमोद तिवारी सरीखे वरिष्ठ नेता हर हाल में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में थे.

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