मानसून सत्र: स्पीकर ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, विपक्ष की ज्यादातर पार्टियां रहीं नदारद
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स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि शून्यकाल के दौरान उठाई जाने वाली सूचनाओं को पेश करने के समय में परिवर्तन किया गया है. अब सदस्य किसी भी दिन-विशेष प्रातः 9 बजे से लेकर सत्र के उस दिन के प्रातः 8 बजे तक अपनी सूचनाएं दे सकते हैं.
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. इससे पहले शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में सर्वदलीय बैठक बुलाई. इसमें नेताओं के साथ 17वीं लोकसभा के नौवें सत्र को लेकर चर्चा की गई. सर्वदलीय बैठक से विपक्ष की ज्यादा पार्टियां नदारद देखी गईं. स्पीकर बिरला ने बताया कि सत्र 12 अगस्त तक चलने की संभावना है. सत्र में 18 बैठकें होंगी और कुल 108 घंटे का समय उपलब्ध होगा जिसमें सरकारी कार्य के लिए लगभग 62 घंटे उपलब्ध होंगे.
स्पीकर का कहना था कि प्रश्नकाल, शून्यकाल और गैर-सरकारी सदस्यों के कार्य के लिए बाकी का समय आवंटित किया गया है. सरकारी कार्य के अतिरिक्त, अविलंबनीय लोक महत्व के मामलों पर चर्चा के लिए आवश्यकता अनुसार पर्याप्त समय आवंटित किया जाएगा.
बिरला ने यह भी सूचित किया कि शून्यकाल के दौरान उठाई जाने वाली सूचनाओं को प्रस्तुत करने के समय में परिवर्तन किया गया है. अब सदस्यगण किसी भी दिन-विशेष को प्रातः 9 बजे से लेकर सत्र के उस दिन के प्रातः 8 बजे तक अपनी सूचनाएं दे सकते हैं जिस दिन वे सभा में शून्य काल में अपना मामला उठाना चाहते हैं.
सोमवार या सप्ताह के पहले कार्य दिवस के लिए सूचनाएं शुक्रवार या पिछले सप्ताह के अंतिम कार्य दिवस को प्रातः 9 बजे और सोमवार या उस सप्ताह के पहले कार्य दिवस को प्रातः 8 बजे के बीच दी जा सकेंगी. सत्र के उसी दिन, जिस दिन सदस्य सभा में अपना मामला उठाना चाहते हैं, प्रातः 8 बजे तक प्राप्त सूचनाओं का 8 बजे के तुरंत बाद कंप्यूटर द्वारा बैलट किया जाएगा. पोर्टल शनिवार, रविवार और छुट्टियों वाले दिन ऑनलाइन सूचना प्रस्तुत करने के लिए खुला रहेगा.
बिरला ने यह भी बताया कि विगत सत्रों की तरह इस सत्र में भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. सत्र में सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं. बिरला ने सत्र के दौरान सभा के सुचारू और सुव्यवस्थित कार्य संचालन को सुनिश्चित करने में सभी दलों के नेताओं के सहयोग की अपेक्षा की.
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