
'मनिका के पिता को दिए 1.65 करोड़...' कारोबारी की फैमिली का दावा, क्या है मॉडल टाउन सुसाइड केस की कहानी?
AajTak
दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके के कल्याण विहार में 39 वर्षीय पुनीत खुराना ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना कल शाम की है, जब उनके परिवार ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो उन्हें पंखे से लटका पाया. इसके बाद अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने पुनीत को मृत घोषित कर दिया.
दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके के कल्याण विहार में पुनीत खुराना नाम के शख्स ने कल शाम फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. पुलिस का कहना है कि इस मामले में व्यापार में घाटे के एंगल से भी जांच की जा रही है. पुनीत की शादी साल 2016 में हुई थी और तलाक का केस चल रहा था. पुनीत के परिवार का आरोप है कि पुनीत अपनी पत्नी की वजह से परेशान था. परिवार के मुताबिक, पुनीत ने आखिरी बार पत्नी से फोन पर बात की थी. वहीं पुलिस का कहना है कि फोन पर बिजनेस को लेकर बात हुई थी.
जानकारी के अनुसार, परिजनों का कहना है कि पुनीत की शादी साल 2016 में मॉडल टाउन की ही रहने वाली मनिका पाहवा के साथ हुई थी. शुरुआत में सब ठीक चल रहा था, लेकिन उसके बाद दोनों में विवाद होने लगा. दो साल तक पुनीत माता-पिता से अलग पत्नी के साथ रहा, लेकिन इसके बाद जब दोनों के बीच नहीं बनी तो पुनीत घर आ गया और मनिका अपने माता-पिता के घर चली गई. दोनों ने कोर्ट में तलाक का केस भी दाखिल कर दिया था. पुनीत के परिजनों का आरोप है कि मनिका और उसके घर वालों ने पुनीत को इतना परेशान किया कि उसने खुदकुशी कर ली.
पुनीत मॉडल टाउन इलाके में बेकरी चलाता था, वह 31 दिसंबर को तड़के तीन बजे घर पहुंचा और कमरे में सो गया. दोपहर 12 बजे तक जब उसने कमरा नहीं खोला तो मां परेशान हुईं. मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन जवाब नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने पति को कॉल किया. इसके बाद शाम करीब तीन साढ़े तीन बजे दरवाजा तोड़कर देखा तो अंदर पुनीत फांसी पर लटका था. पुनीत को इसके बाद तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुनीत और मनिका का बेकरी का बिजनेस था. दोनों उसमें पार्टनर थे. पुनीत के परिवार का आरोप है कि पुनीत की पत्नी ने कहा था कि हमारा तलाक का केस चल रहा है, इसका मतलब ये थोड़ी है कि तुम मुझे बिजनेस से अलग कर दोगे. परिवार के मुताबिक, पुनीत की पत्नी ने कॉल रिकार्डिंग किसी रिश्तेदार को भेजी थी.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







