भारत में सीट बेल्ट और हेलमेट को लेकर न करें ये गलती... सड़क हादसों के ये आंकड़े आपको डरा देंगे
AajTak
देश में 2021 में 4,12,432 सड़क हादसे हुए. इनमें 153972 लाख लोगों की मौत हुई है. जबकि 384448 लोग जख्मी हुए हैं. भारत में 2021 में सड़क हादसों में सीट बेल्ट न पहनने से 16,397 लोगों की मौत हुई है. वहीं, दोपहिया वाहनों पर हेलमेट न पहनने से 46,593 लोगों की जान गई है.
भारत में चार पहिया वाहनों सीट बेल्ट और दोपहिया वाहनों में हेलमेट न पहनना लोगों के लिए काल बन रहा है. यह बात सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट में सामने आई है. भारत में 2021 में सड़क हादसों में सीट बेल्ट न पहनने से 16,397 लोगों की मौत हुई है. वहीं, दोपहिया वाहनों पर हेलमेट न पहनने से 46,593 लोगों की जान गई है.
परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH)ने 'रोड एक्सीडेंट इन इंडिया- 2021' नाम से रिपोर्ट जारी की है. इसके मुताबिक, भारत में चार पहिया वाहनों के एक्सीडेंट में सीट बेल्ट न पहनने पर 16,397 लोगों की जान गई है. इनमें से 8,438 ड्राइवर हैं, जबकि 7,959 कार में सवार बाकी यात्री. वहीं, दोपहिया वाहनों पर एक्सीडेंट के समय हेलमेट न पहनने से 46,593 लोगों की जान गई है. इनमें से 32,877 बाइक चलाने वाले, जबकि 13,716 साथ में बैठे यात्री थे.
देश में एक साल में 4,12,432 सड़क हादसे
रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 2021 में 4,12,432 सड़क हादसे हुए. इनमें 153972 लाख लोगों की मौत हुई है. जबकि 384448 लोग जख्मी हुए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021 में सीट बेल्ट न पहनने की वजह से 39,231, जबकि हेलमेट न लगाने से 93,763 लोग जख्मी हुए हैं. हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करने से भले ही दुर्घटनाएं नहीं होती, लेकिन एक्सीडेंट की स्थिति में ये उपकरण घातक और गंभीर चोटों को रोकने में अहम साबित होते हैं. टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की 4 सितंबर को महाराष्ट्र के पालघर में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. उनकी कार डिवाइडर में टकरा गई थी. कार में साइरस मिस्त्री अपने दोस्त जहांगीर पंडोले के साथ पीछे की सीट पर बैठे थे और दोनों ने सीट बेल्ट नहीं पहना था. दोनों की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. जबकि ड्राइवर समेत दो लोग घायल हुए थे. दोनों आगे बैठे थे और सीट बेल्ट लगाई थी, ऐसे में दोनों की जान बच गई.
दोपहिया वाहनों में सभी के लिए हेलमेट अनिवार्य किया गया है. इतना ही नहीं कार में सीट बेल्ट पहनना अनिवार्य है. ऐसा न करने पर जुर्माना भी लगाया जाता है. ज्यादातर लोगों को इस नियम के बारे में जानकारी भी है, लेकिन इसके बावजूद ऐसा नहीं करते.
aajtak e-चुनाव के सर्वे में करीब सवा लाख लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें से लगभग 73% लोगों ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को लगातार तीसरी बार सत्ता में देखने की इच्छा जताई जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक को लगभग 23% वोट मिले. करीब 4 फीसदी वोट अन्य को मिले. अगर इन वोटों को सीटों में बांट दिया जाए तो एनडीए को 397 सीटें मिलने का अनुमान है.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज तक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि BJP बड़े अंतर से जीतेगी. शिवराज ने ये भी कहा कि लोग इस अंतर को देखकर आश्चर्यचकित होंगे. उन्होंने दावा किया कि BJP छिंदवाड़ा सीट भी जीतेगी. उन्होंने यह भी बताया कि दक्षिण के राज्यों में BJP को सफलता मिलेगी.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल में एनडीए को 361-401 सीटें और इंडिया ब्लॉक को 131-166 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. अन्य को 8 से 20 सीटें मिल सकती हैं. राज्यों की बात करें तो इस बार आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. केरल में भी बीजेपी का खाता खुलने की उम्मीद है.
Exit Poll: ममता और बसपा का एकला चलो, BRS का सफाया... 5 सियासी फैक्टर जो मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बने
एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.