
'भगवान के घर से राजनीति दूर रखें', तिरुमाला मंदिर विवाद को लेकर YSRCP ने की CBI जांच की मांग
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सांसद गुरुमूर्ति ने टीडीपी पर “झूठी कहानियां गढ़ने” और मंदिर की हुंडी गिनती व्यवस्था पर बेबुनियाद आरोप लगाने का आरोप लगाया. उन्होंने इसे “सस्ती राजनीति” बताते हुए कहा कि यह करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का अपमान है.
आंध्र प्रदेश में तिरुमाला पराकमानी विवाद ने एक बार फिर सियासी तूल पकड़ लिया है. तिरुपति से वाईएसआरसीपी सांसद डॉ. मड्डिला गुरुमूर्ति ने केंद्र से सीबीआई जांच और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक आयोग बनाने की मांग की. उन्होंने कहा, “भगवान के घर में राजनीति मत घुसाइए.”
सांसद ने टीडीपी पर मंदिर की कहानियों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया. गुरुमूर्ति ने TDP पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे 'हुंडी' (दान-पात्र) में चोरी और दुरुपयोग के झूठे आरोप लगाकर "सस्ती राजनीतिक प्रतिशोध" कर रहे हैं.
उन्होंने साफ शब्दों में कहा, "तिरुमाला आपकी लड़ाई का मैदान नहीं है. यह भारत का आध्यात्मिक हृदय है. केवल एक केंद्रीय जांच ही इस गंदगी को साफ़ कर सकती है. आस्था को झूठ पर विजय दिलाएं."
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दो मांगें
YSRCP ने इस मामले में एक निष्पक्ष जांच की मांग की है. सांसद गुरुमूर्ति ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवाई को पत्र लिखकर दो प्रमुख मांगों को रखा है, जि में पहला है-पारदर्शिता के लिए CBI जांच. दूसरा है-पूरा सच सामने लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन.

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