
बैकफुट पर आए जेलेंस्की... US से मिनरल्स डील की तैयारी में यूक्रेन, ट्रंप संसद में कर सकते हैं ऐलान
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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 4 मार्च को घोषणा की कि अमेरिका रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को दी जाने वाली मदद रोक रहा है. इस फैसले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की थोड़े नरम पड़ गए और उन्होंने बयान दिया कि वह ट्रंप के मजबूत नेतृत्व में काम करने के लिए तैयार हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज यूएस कांग्रेस को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह यूक्रेन के साथ खनिज समझौते (US Ukraine Minirals Deal) की घोषणा कर सकते हैं. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने चार सूत्रों के हवाले से इस बारे में जानकारी दी है. यह घटनाक्रम अमेरिका द्वारा रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को दी जाने वाली मदद पर रोक लगाने के एक दिन बाद सामने आया है.
रॉयटर्स ने तीन सूत्रों के हवाले से कहा, 'ट्रंप ने अपने सलाहकारों से कहा है कि वह यूएस कांग्रेस को अपने संबोधन में यूक्रेन के साथ इस खनिज समझौते की घोषणा करना चाहते हैं.' हालांकि, सूत्रों ने यह भी कहा कि इस समझौते पर अभी हस्ताक्षर नहीं हुए हैं और स्थिति बदल भी सकती है. हालांकि, अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने फॉक्स न्यूज से कहा, 'ऐसे किसी समझौते पर हस्ताक्षर करने की कोई योजना नहीं है.'
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ओवल ऑफिस में बहस के बाद नहीं हो पाई थी डील
रॉयटर्स ने इस संबंध में व्हाइट हाउस से भी संपर्क किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की इसी मिनरल डील के लिए गत 28 फरवरी को अमेरिका दौरे पर आए थे. हालांकि, ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ उनकी बहस के बाद यह डील नहीं हो सकी थी. जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से जाने के लिए कह दिया गया था. बहस के दौरान ट्रंप ने उन्हें मूर्ख राष्ट्रपति तक कह दिया था.
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 4 मार्च को घोषणा की कि अमेरिका रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को दी जाने वाली मदद रोक रहा है. इस फैसले के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की थोड़े नरम पड़ गए और उन्होंने बयान दिया कि वह ट्रंप के मजबूत नेतृत्व में काम करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने ओवल ऑफिस में हुई घटना पर पश्चाताप भी व्यक्त किया. उस बैठक में, ट्रंप और जेडी वेंस ने जेलेंस्की को फटकार लगाते हुए कहा था कि उन्हें अमेरिकी मीडिया के सामने अतिरिक्त सहायता मांगने के बजाय अमेरिका को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहिए.

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