
बेटे के एनकाउंटर के दो दिन बाद अतीक अहमद की हत्या, जानिए माफिया डॉन की पूरी क्राइम कुंडली
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उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी असद और गुलाम के एनकाउंटर के 2 दिन बाद अब अतीक अहमद की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई है. अतीक अहमद और अशरफ की हत्या उस वक्त हुई जब उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था. अतीक अहमद पर सिर्फ 17 साल की उम्र में पहली हत्या का आरोप लगा था.
उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी असद और गुलाम के एनकाउंटर के ठीक दो दिन बाद माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की भी हत्या कर दी गई है. दोनों को उस वक्त गोली मारी गई जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था.
प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास हमलावरों ने अतीक और अशरफ को गोलियों से भून दिया. बताया जा रहा है कि इस दौरान हमलावरों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए थे. अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले तीन हमलावरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. ऐसे में हम आपको अतीक अहमद की वो क्राइम कुंडली बता रहे हैं जिसने उसे उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का माफिया डॉन बना दिया.
17 की उम्र में हत्या का आरोप, वसूलता था रंगदारी
अतीक अहमद की आपराधिक कहानी का आगाज साल 1979 से शुरू होता है. उस वक्त इलाहाबाद के चाकिया मोहल्ले में फिरोज अहमद का परिवार रहता था, जो तांगा चलाकर परिवार का गुजर-बसर करते थे. फिरोज का बेटा अतीक हाईस्कूल में फेल हो गया था. इसके बाद पढ़ाई लिखाई से उसका मन हट गया था. उसे अमीर बनने का चस्का लग गया. इसलिए वो गलत धंधे में पड़ गया और रंगदारी वसूलने लगा.
महज 17 साल की उम्र में अतीक अहमग के सिर हत्या का आरोप लग चुका था. उस समय पुराने शहर में चांद बाबा का दौर था. पुलिस और नेता दोनों चांद बाबा के खौफ को खत्म करना चाहते थे. लिहाजा, अतीक अहमद को पुलिस और नेताओं का साथ मिला. लेकिन आगे चलकर अतीक अहमद, चांद बाबा से ज्यादा खतरनाक साबित हुआ.
गेस्ट हाउस कांड में अतीक अहमद का नाम

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