बंगाल: 1 दर्जन घर जले-8 की मौत-11 गिरफ्तार, जानिए बीरभूम हिंसा में अब तक क्या-क्या हुआ
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने SIT का गठन कर 72 घंटे में जांच की रिपोर्ट मांगी है. उधर, हिंसा के बाद बीजेपी भी हमलावर हो गई है. बीजेपी ने राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसाओं को लेकर ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और राष्ट्रपति शासन की मांग की है.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हिंसा फैल गई. आरोप है कि यहां गुस्साई भीड़ ने करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया. 8 लोगों की जलकर मौत हो गई. मरने वालों में 3 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं. हालांकि, पुलिस का कहना है कि वह आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए जांच कर रही है.
बीजेपी ने राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसाओं को लेकर ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और राष्ट्रपति शासन की मांग की है. उधर, हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ आमने सामने आ गए हैं.
मरने वालों में मीना बीबी, नूरनिहार बीबी, रूपाली बीबी, बानी शेख, मिहिर शेख, नेकलाल शेख शामिल हैं. इन्हें प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मंगलवार रात को दफनाया गया. इस मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. ममता सरकार ने SIT का गठन कर 72 घंटे में जांच की रिपोर्ट मांगी है.
तेज धमाकों के बाद लगी आग
रामपुरहाट के बोगतुई गांव के लोग सोमवार रात बम की आवाज से चौंक कर उठे तो उन्होंने देखा कि कई घर आग की चपेट में आ गए हैं. इसके बाद लोगों ने आग को बुझाने का प्रयास किया. साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया. लेकिन तब तक आग कई घरों को अपनी चपेट में ले चुकी थी. पुलिस ने जले हुए एक घर से 7 शवों को बाहर निकाला. इसमें दो बच्चे भी शामिल थे. वहीं, इसके बाद 1 मौत अस्पताल में हो गई. ग्राउंड रिपोर्टः 'अपनी जान बचाने के लिए जा रहे हैं...', हिंसा के बाद बीरभूम से पलायन शुरू, 3 दिन में ममता देंगी रिपोर्ट इस हादसे में जिंदा बची नजीरा बीबी ने बताया कि हम सो रहे थे. तभी हमने धमाकों की आवाज सुनी. कुछ लोगों ने हमारे घरों में आग लगा दी. मैं भागने में कामयाब हो गई. लेकिन मुझे नहीं पता कि मेरे परिवार के बाकी लोगों के साथ क्या हुआ?
ममता और धनखड़ फिर आमने सामने राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हिंसा पर दुख व्यक्त किया है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने वीडियो ट्वीट कर लिखा, भयानक हिंसा और आगजनी की घटना संकेत दे रही है कि राज्य हिंसा की संस्कृति और जंगलराज के हवाले है. अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है. जगदीप धनखड़ ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर चीफ सेक्रेटरी से रिपोर्ट तलब की है.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.