
पाकिस्तान को उसकी हैसियत बताकर सीजफायर स्वीकार करना भारत की दोहरी जीत
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जिस तरह पाकिस्तान दुनिया भर की महाशक्तियों से युद्ध रुकवाने की अपील कर रहा था वो जाहिर करता है कि पाकिस्तान बुरी तरह टूट चुका था. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को जो घाव दिए हैं वो उसे दशकों याद रखेगा. दूसरे युद्ध में पाकिस्तान के लिए खोने के लिए कुछ नहीं था .क्योंकि वो कंगाल हो चुका है. जबकि भारत दुनिया में तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही सीजफायर करने को तैयार हो गए हैं. भारत सरकार ने भी अपने बयान में इस जानकारी पर मुहर लगा दी है. दरअसल भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए दुनिया भर में परमाणु युद्ध का खतरा पैदा हो गया था. जाहिर है कि पूरा विश्व चाहता था कि यह युद्ध किसी तरह से रोक दिया जाए. सऊदी अरब और अमेरिका दोनों इस दिशा में बहुत सक्रिय थे कि किसी तरह दोनों देशों के बीच युद्ध को रोका जा सके. हो सकता है कि भारत में बहुत से राष्ट्रवादी लोग इस फैसले से खुश न हों क्यों कि देश में जनभावना इस समय पूर्ण रूप से पाकिस्तान को सबक सिखाने की थी. पर भारत अगर पाकिस्तान को औकात दिखाकर सीजफायर के लिए सहमत होता है तो यह उसकी दोहरी जीत ही मानी जाएगी. भारत की यह सामरिक और कूटनीतिक दोनों स्तरों पर जीत है. आइये देखते हैं कि क्यों कहा जा रहा है कि भारत के लिए यह दोहरी जीत है?
1-भारत ने पहलगाम का अपना बदला ले लिया है
भारत का मूल उद्दैश्य पहलगाम हमले का बदला लेना था. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग जिसमें ज्यादातर पर्यटक मारे गए.. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) को जिम्मेदार ठहराया और 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया. भारत ने इस ऑपरेशन के माध्यम से अपनी सेना की ताकत का प्रदर्शन दुनिया के सामने किया. 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए, जिसमें करीब 100 आतंकवादी मारे गए. भारत ने स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम का भी प्रदर्शन किया. कंधार विमान अपहरण के दोषियों के साथ कई अन्य आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले 5 खूंखार आतंकवादियों को मारना इस ऑपरेशन की सबसे बड़ी सफलता थी. आतंकवादियों के कई ट्रेनिंग सेंटर भारत ने तबाह कर दिए.पाकिस्तान के कई शहरों में स्थित उनके एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह किया गया. भारत के इस हमले का असर पाकिस्तान पर कई सालों तक बना रहेगा.
2-भारत के लिए बहुत बड़ी कूटनीतिक जीत
ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देकर भारत ने जिस तरह अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है.वह पूरे विश्व के लिए एक मेसेज है. भारत के इस ऑपरेशन का पूरी दुनिया ने समर्थन किया . पाकिस्तान का साथ देने के लिए टर्की को छोड़कर कोई महत्वपूर्ण देश सामने नहीं आया. चीन भी पाकिस्तान के साथ खड़ा होने से मना कर दिया.
UNSC की 5 मई 2025 की बैठक में पाकिस्तान ने दावा किया कि पहलगाम हमला भारत का फॉल्स फ्लैग था बुरी तरह खारिज कर दिया गया. यहां तक कि चीन ने भी पाकिस्तान के प्रेस बयान का समर्थन नहीं किया. रूस, अमेरिका, और अन्य देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की, लेकिन भारत की कार्रवाइयों को आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा गया. पाकिस्तान ने भारत पर ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले का आरोप लगाया, जिसे भारत ने झूठा प्रचार बताया. भारत ने इसके जवाब में 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया, जिसे कूटनीतिक जीत माना गया.

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