पठान के भगवा बिकिनी कंट्रोवर्सी पर बोलीं आशा पारेख, 'हमारी सोच बहुत ही छोटी होती जा रही है'
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बॉलीवुड में कई दशकों से फैंस के दिलों पर राज करने वालीं आशा पारेख ने पठान फिल्म पर चल रही कंट्रोवर्सी पर अपनी राय रखी है. इसके अलावा बॉलीवुड दीवा हमसे अपने करियर और निजी जिंदगी पर ढेर सारी बातचीत करती हैं.
बॉलीवुड इंडस्ट्री में आशा पारेख न भूलने वाला नाम है. एक्टिंग के लिए अलावा आशा जी ने इंडस्ट्री में कई ऐसे काम किए हैं. उन्हीं की इन अचीवमेंट को ध्यान में रखते हुए एंटरटेनमेंट जगत के सबसे प्रेस्टिजियस अवॉर्ड दादा साहेब फाल्के से उन्हें इस साल नवाजा गया है. आशा जी हमसे अपने इस लंबी जर्नी पर दिल खोलकर बातचीत करती हैं.
कई जगह आपके नाम के आगे 'रिटायर' एक्ट्रेस लिखा जाता है. ये शब्द आपको परेशान नहीं करता?
-लोगों को कुछ निगेटिव व सेंसेशनल लिखना होता है, तो ऐसी चीजें होती रहती हैं. इसलिए मेरे नाम के आगे रिटायर लिखते हैं. मैं किससे कंपलेन करने जाऊं, मेरी कोई नहीं सुनता है. अब मैं हर किसी का मुंह तो जाकर बंद नहीं कर सकती हूं न. मैंने इतना कुछ इस इंडस्ट्री को दिया है, अगर बदले में ये भी मिलता है, तो मंजूर है. रही बात मेरी, मैं जिस तरह से लाइफ जीना चाहती हूं, उस पर फोकस करती हूं.
1952 से करियर की शुरूआत की है. पीछे मुड़कर देखती हैं, तो क्या सोचती हैं?
- अपनी इस जर्नी को देखती हूं, तो लगता है कि मैंने खोया बहुत कम..पाया बहुत ज्यादा है. मुझे लगता है कि मैंने अपनी जिंदगी में जो कुछ भी किया है, उसकी मुझे बहुत खुशी है. मैं तो यही दुआ करती हूं कि भगवान मुझे अगली जिंदगी दे, तो यही सबकुछ मिले. हां, मेरी गलतियों को हटाकर मैं वही आशा पारिख दोबारा जन्म लेना चाहूंगी.
कुछ गलतियों को ठीक करने की भी ख्वाहिश होती होगी?