
निर्वाचन आयुक्तों के खाली पद भरने की प्रक्रिया तेज, PM मोदी की अध्यक्षता में होगी 14 मार्च को अहम बैठक
AajTak
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार प्राप्त समिति नए निर्वाचन आयुक्तों के नामों को तय करने के लिए अब 15 नहीं बल्कि 14 मार्च को बैठक करेगी. यह बैठक दोपहर 12 बजे आयोजित होगी और उसी दिन नए आयुक्तों के नाम का भी ऐलान होने की संभावना है.
निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे और अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त हुए निर्वाचन आयुक्तों के दो पदों को भरने की प्रक्रिया तेज हो गई है. चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगुआई वाले तीन सदस्यीय उच्चतरीय चयन मंडल की बैठक अब 14 मार्च को तय की गई है.
पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने 15 मार्च शाम छह बजे बैठक होने की बात कही थी.लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय चयन कमेटी की बैठक 14 मार्च को दोपहर 12 बजे आयोजित होगी. निर्वाचन आयुक्त के चयन और नियुक्ति प्रक्रिया की एक निश्चित परिपाटी बनाए जाने को संसद से मिली मंजूरी के बाद पहली बार उसके तहत संयोगवश एक नहीं बल्कि संभवत: दो निर्वाचन आयुक्तों का चयन होगा.
यह भी पढ़ें: निर्वाचन आयोग में ऐसा क्या हुआ कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल को देना पड़ा इस्तीफा? जानिए इनसाइड स्टोरी
16 मार्च को चुनावी कार्यक्रम का ऐलान संभव
ऐसा होने से ये भी एक रिकॉर्ड होगा क्योंकि अमूमन एक समय पर एक ही पद खाली होता है और भर्ती यानी नियुक्ति भी एक समय में एक ही पद पर होती रही है. ऐसी का चर्चा है कि चयन मंडल दो चुनाव आयुक्तों के चयन पर चर्चा करेगा. उम्मीद है कि चयन होने के बाद दोनों को शपथ दिलाने में भी कोई देरी नहीं होगी. मुमकिन है कि 15 या फिर 16 मार्च को चुनाव कार्यक्रम का ऐलान हो जाए.
अरुण गोयल ने कुछ दिन पहले दिया था इस्तीफा निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल ने 2024 के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से कुछ दिन पहले शुक्रवार सुबह पद से इस्तीफा दे दिया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया और केंद्रीय विधि मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए एक अधिसूचना जारी की. इससे निर्वाचन आयोग में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार इकलौते सदस्य रह गए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.

लोकसभा में शुक्रवार को कई प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए गए, जिनमें सुप्रिया सुले का राइट टू डिस्कनेक्ट बिल, 2025 शामिल है, जो कर्मचारियों को ऑफिस समय के बाद काम से जुड़े कॉल और ईमेल से मुक्त रहने का अधिकार देने का प्रस्ताव करता है. कांग्रेस सांसद कडियम काव्या का मेनस्ट्रुअल बेनिफिट्स बिल, 2024 और लोजपा सांसद शंभवी चौधरी का बिल महिलाओं और छात्राओं के लिए पेड पीरियड लीव सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.

दिल्ली के टिकरी कलां में एक किराना दुकान में आग लगने से पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई. दुकान के अंदर धुआं भरने के बीच करंट लगने के कारण शटर नहीं खुल पाया और दोनों बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने बताया कि आग शॉप काउंटर में शॉर्ट सर्किट से लगी, जिससे प्लास्टिक सामग्री ने आग पकड़ ली और धुआं तेजी से फैल गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इंडिगो संचालन संकट के कारण कई उड़ानें रद्द होने और क्षमता घटने से अचानक बढ़े किरायों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने घरेलू उड़ानों पर अधिकतम किराया सीमा लागू कर दी है, जिसके तहत 500 किमी तक 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी के लिए 18,000 रुपये से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकेगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि सभी लंबित रिफंड 7 दिसंबर रात 8 बजे तक बिना देरी पूरी तरह लौटा दिए जाएं और रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों से कोई री-शेड्यूलिंग शुल्क न लिया जाए. मंत्रालय ने स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने, प्रभावित यात्रियों से खुद संपर्क करने और ऑटोमेटिक रिफंड सिस्टम जारी रखने को कहा है.

श्रीनगर इन दिनों एक ब्लैक बियर से परेशान है. कभी NIT कैंपस, कभी कश्मीर यूनिवर्सिटी, तो कभी SKIMS... अब यह भालू निगीन झील के आसपास घूमता दिखा है. विभाग ने शहरभर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें ड्रोन, ट्रैंक्विलाइजर गन, रैपिड-रिस्पॉन्स टीमें और एंबुलेंस तैनात हैं. अधिकारियों ने कहा है कि बाहर केवल जरूरत होने पर ही निकलें.






