'धर्म के नाम पर समाज को बांटने वालों पर हो कार्रवाई', धीरेंद्र शास्त्री पर भड़के जेडीयू MLC, BJP का पलटवार
AajTak
धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान को लेकर जेडीयू एमएलसी भड़क गए और उन्होंने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की. इसको लेकर बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने कहा कि महागठबंधन के नेता हिंदू विरोधी जैसा बर्ताव कर रहे हैं.
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों पटना के नौबतपुर में हनुमंत कथा सुना रहे हैं. उनकी इस कथा के बीच बिहार में सियासी घमासान भी मचा हुआ है. जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा कि बाबा राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने धर्म के नाम पर समाज को बांटने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
जेडीयू एमएलसी ने कहा, "बाबा को राजनीति नहीं करनी चाहिए. धर्म के नाम पर समाज को बांटने वाले लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. भारत के सभी लोग जय श्री राम बोलें यह उचित नहीं. कोई कैसे कह सकता है भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. देश कांस्टिट्यूशन से चलता है बाबा से नहीं. बीजेपी ने बाबा को लेकर एक समाज को टारगेट किया."
बीजेपी ने जताई आपत्ति
वहीं जेडीयू MLC के बयान पर BJP ने कड़ी आपत्ति जताई है. पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने कहा कि बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम में उमड़े जनसैलाब से महागठबंधन घबरा गया है. महागठबंधन के नेता हिंदू विरोधी जैसा बर्ताव कर रहे हैं. बाबा अगर कथा सुना रहे हैं तो इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है."
तेज प्रताप ने दिया था बड़ा बयान
बता दें कि कथा शुरू होने से पहले ही बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया था कि धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वाले बाबा बागेश्वर को किसी भी हाल में पटना एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे. एयरपोर्ट पर ही बाबा बागेश्वर को घेर लेंगे.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.