दिल्लीः शराब नीति के खिलाफ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर BJP का प्रदर्शन, कई नेता हिरासत में लिए
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दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने नई एक्साइज पॉलिसी के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की है. आरोप हैं कि केजरीवाल सरकार ने नई एक्साइज पॉलिसी के जरिए शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया है. वहीं बीजेपी ने शनिवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान कई नेताओं को हिरासत में लिया गया है. बीजेपी ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की मांग की है.
दिल्ली की एक्साइज नीति के खिलाफ बीजेपी का उपमुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया के घर के बाहर लगातार प्रदर्शन जारी है. बीजेपी की मांग है कि जल्द से जल्द मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की जाए. पुलिस ने बीजेपी के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है. बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दिल्ली की जनता के साथ धोखाधड़ी की जा रही है.
बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मनीष सिसोदिया की बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि जब तक सिसोदिया की गिरफ्तारी नहीं होती है, ये आंदोलन जारी रहेगा. शनिवार की सुबह से ही बीजेपी कार्यकर्ता मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर पहुंच गए थे.
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार की चर्चित शराब नीति की सीबीआई जांच होगी. दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है. यह सिफारिश एलजी वीके सक्सेना ने मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद की गई है.
नई एक्साइज ड्यूटी में गड़बड़ी के आरोप हैं. आरोप है कि नई एक्साइज पॉलिसी के जरिए शराब लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया. लाइसेंस देने में नियमों की अनदेखी की गई. टेंडर के बाद शराब ठेकेदारों के 144 करोड़ रुपए माफ किए गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस नीति के जरिए कोरोना के बहाने लाइसेंस की फीस माफी की गई. रिश्वत के बदले शराब कारोबारियों को लाभ पहुंचाया गया.
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हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.