तमिलनाडुः अवैध तरीके से रेमडेसिविर बेचने के आरोप में डॉक्टर समेत 2 गिरफ्तार, 24 इंजेक्शन बरामद
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तमिलनाडु की नागरिक आपूर्ति सीआईडी ने चेन्नई गुइंडी पुलिस के साथ मिलकर इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ अभियान चला रखा है. इसी के तहत इस टीम ने एक 25 वर्षीय डॉक्टर रामसुंदरम और मेडिकल शॉप पर काम करने वाले 28 वर्षीय कार्तिक को गिरफ्तार किया है.
तमिलनाडु में जहां कोरोना के 1 लाख से अधिक सक्रिय मरीज बेड और अस्पताल पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं रेट्रोवायरल रेमडेसिविर इंजेक्शन एक दुर्लभ इंजेक्शन साबित हो रहा है. जिसकी कालाबाजारी पूरे देश में हो रही है. तमिलनाडु के निजी अस्पतालों में भी रेमडेसिविर की कमी है. जिसका फायदा उठाकर कई लोग कालाबाजारी कर रहे हैं. पुलिस ने हाल ही में रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग में लिप्त एक डॉक्टर समेत 2 लोगों को चेन्नई से गिरफ्तार किया है. राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने एडवाइजरी जारी की है. जिसमें साफ कहा गया है कि रेमडेसिविर एक जीवन रक्षक दवा नहीं है. लेकिन सैकड़ों लोग निजी अस्पतालों में भर्ती अपने प्रियजनों को बचाने के लिए एक आखिरी उम्मीद के रूप में इस इंजेक्शन को खरीदने के लिए सरकारी मेडिकल डिस्पेंसरी के बाहर खड़े दिखाई देते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर कुछ लोग रेमडेसिविर को ब्लैक मार्केट में ज्यादा कीमत पर बेच रहे हैं.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.