
जुमला...झूठ....चुनाव, 10 लाख नौकरियों वाले वादे पर विपक्ष ने ऐसे कसा तंज
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मोदी सरकार अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां देने का वादा कर रही है. लेकिन विपक्ष को इस वादे में कोई विश्वास नजर नहीं आता. वे इसे जुमला मान रहे हैं, चुनावी स्टंट की तरह देख रहे हैं और सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं.
मोदी सरकार अगले डेढ़ साल में 10 लाख नौकरियां देने का वादा कर रही है. हर विभाग में भर्ती निकालने की तैयारी है, रिक्त पदों को मिशन मोड पर भरने की बात हो रही है. अब बीजेपी तो इस फैसले का दिल खोलकर स्वागत कर रही है, लेकिन विपक्ष इसे सिर्फ एक जुमला मान रहा है. उनकी नजरों में इस सरकार ने ना पहले कभी कोई वादे पूरे किए और ना अब ये करने वाली है.
पीएमओ द्वारा ट्वीट करने के बाद भी कांग्रेस ने इसपर सवाल उठाए. रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'इसे कहते हैं 900 चूहें खाकर बिल्ली हज को चली. बीते 50 साल के हिसाब से बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा बढ़ गई है. रुपया 75 साल की अपनी सबसे कम कीमत पर है. पीएम ट्विटर ट्विटर खेलकर कबतक इन बातों से ध्यान हटाएंगे?' वहीं युवा हल्ला बोल' संस्थापक अनुपम ने भी मोदी सरकार के इस वादे को हवाहवाई बता दिया है.
वे कहते हैं कि प्रधानमंत्री का युवाओं से किया हर वादा जुमला साबित होता है. सबसे पहले तो 2014 लोकसभा चुनाव से पहले मोदी जी ने सालाना दो करोड़ रोज़गार देने का वादा किया. लेकिन जब युवाओं ने उनपर भरोसा करके सत्ता दी तो देना तो दूर की बात, भारी संख्या में रोज़गार छीन लिया गया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बीजेपी को उनका संकल्प पत्र याद दिलाते हुए कह दिया कि उन्हें अपना रिपोर्ट कार्ड चेक करना चाहिए. वे कहते हैं कि बीजेपी को देखना चाहिए कि उन्होंने कितनी नौकरियां दी हैं. यूपी में 70 लाख नौकरियां देनी थीं. ये उनका दूसरा कार्यकाल है, कहां हैं नौकरियां? जब सारी सरकारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है, नौकरी देंगे कहां से?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार के इस वादे को महा जुमला करार दिया है. उन्होंने कहा कि जैसे 8 साल पहले युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियों का झांसा दिया था, वैसे ही अब 10 लाख सरकारी नौकरियों की बारी है. ये जुमलों की नहीं, 'महा जुमलों' की सरकार है. प्रधानमंत्री जी नौकरियां बनाने में नहीं, नौकरियों पर 'News' बनाने में एक्सपर्ट हैं. वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कह दिया कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी इस सरकार के समय देखने को मिल गई है. उन्होंने तंज कसते हुए ये भी कहा कि सरकार को ये जानने में आठ साल लग गए कि वे सरकारी नौकरियां भी दे सकते हैं.
वैसे बीजेपी नेता वरुण गांधी ने भी एक ट्वीट किया. उन्होंने इस कदम का स्वागत तो किया लेकिन साथ में एक नसीहत भी दे दी. उन्होंने कहा कि बेरोजगार युवाओं की पीड़ा एवं मर्म समझने के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री मोदी. नए रोजगार का सृजन करने के साथ साथ हमें 1 करोड़ से अधिक ‘स्वीकृत परंतु रिक्त’ पदों को भरने हेतु सार्थक प्रयास करना होगा. हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का संकल्प पूरा करने के लिए और तेज गति से कदम बढ़ाने होंगे.

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