
क्या अगला CM फिर नई दिल्ली सीट से होगा या स्प्लिट वोटर बदलेगा पैटर्न? चुनाव नतीजों से मिलेगा इन 6 सवालों का जवाब
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इस बार दिल्ली के चुनाव में जबरदस्त जोर लगाया है. पीएम मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्रियों और बीजेपी के मुख्यमंत्रियों ने लगातार रैलियां और प्रचार किया. तो वहीं केजरीवाल समेत आप ने नेताओं ने भी रोड शो से लेकर किए. वहीं कांग्रेस भी इस बार बड़े खेल की उम्मीद के साथ मैदान पर उतरी है जिसने खुद को आप से अलग रखा है.
दिल्ली में कल यानि बुधवार को 70 सीटों पर मतदान होगा. इस बार चुनाव में जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है. आर-पार की इस लड़ाई बुधवार को करीब 1 करोड़ 56 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर 699 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे.
दिल्ली के चुनाव के नतीजे क्या तय करेंगे, उसकी बड़ी बातों पर एक नजर डाल लेते हैं.
1- क्या चौथी बार केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनकर शीला दीक्षित का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे? शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल तीन तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. ऐसे में अब केजरीवाल के सामने चौथी बार सीएम बनने की चुनौती है.
2-क्या दिल्ली में बीजेपी का 27 साल का वनवास खत्म होगा. दिल्ली में बीजेपी की ओर आखिरी मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज थी जो कि 1998 में दिल्ली की सीएम बनीं थी. जिसके बाद से दिल्ली में कभी बीजेपी की सरकार नहीं बनीं.
3- क्या दिल्ली में कांग्रेस अपना खोया अस्तित्व वापस पा पाएगी क्योंकि 2014 से कांग्रेस दिल्ली में ना ही लोकसभा और ना ही विधानसभा में अपना खाता खोल पाई है.पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की एक भी सीट नहीं आई हैं.ऐसे में दिल्ली के नतीजें कांग्रेस के लिए भी बेहद अहम होने वाले हैं.
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