केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले बड़ा हादसा, हेलीकॉप्टर के पंखे की चपेट में आने से एक की मौत
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Kedarnath Yatra: केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले उत्तराखंड में बड़ा हादसा हो गया. रविवार दोपहर हेलीकॉप्टर के पंखे के चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. मृतक का नाम अमित सैनी बताया जा रहा है. सैनी उत्तराखंड सिविल एविएशन के फाइनेंसियल कंट्रोलर थे.
केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले उत्तराखंड में बड़ा हादसा हो गया. रविवार दोपहर हेलीकॉप्टर के पंखे के चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. मृतक का नाम अमित सैनी बताया जा रहा है. सैनी उत्तराखंड सिविल एविएशन के फाइनेंसियल कंट्रोलर थे.
सूत्रों के मुताबिक, हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के दौरान जब अमित सैनी हेलीकॉप्टर के पास जा रहे थे तो टेल रोटर (पीछे के पंखे) की चपेट में आने से उनकी गर्दन कट गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
सूत्रों के मुताबिक, हेलीपेड पर हादसे के दौरान उत्तराखंड सिविल एविएशन के सीईओ भी मौजूद थे. इंस्पेक्शन के दौरान यह हादसा हुआ. बता दें कि केदारनाथ यात्रा 25 अप्रैल से शुरू होने जा रही है.
बता दें कि 25 अप्रैल से बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने जा रहे हैं, जिसको लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारियां तेज चल रही हैं. साथ ही मंदिर समिति भी केदारनाथ मंदिर को सजाने का कार्य कर रही है. सभी विभाग अपनी-अपनी ओर से तैयारियों में जुटे हैं. वहीं, तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हेली सेवाएं भी धाम पहुंच गई हैं. केदारनाथ धाम के लिए डीजीसीए ने इस बार नौ हेली सेवाओं को अनुमति दी है. गुप्तकाशी, फाटा और शेरसी से यह नौ हेली सेवाएं उड़ाने भरेंगी. हेली सेवा से केदारनाथ धाम जाने वाले तीर्थ यात्री सिर्फ आईआरसीटीसी की http://heliyatra.irctc.co.in वेबसाइट पर टिकट बुक करा सकते हैं.
इस वेबसाइट के अलावा यात्रियों को अन्य किसी भी वेबसाइट से टिकट नहीं मिल पाएंगी. हेली टिकट के लिए भी यात्रियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है. इस बार गुप्तकाशी से केदारनाथ आने-जाने का किराया 7740, फाटा से 5500 और शेरसी से 5498 रुपये निर्धारित किया गया है. पिछले यात्रा सीजन में देखा गया था कि कई यात्रियों ने फर्जी टिकट मिलने की शिकायतें दर्ज की थीं. पिछले अनुभवों को देखते हुए इस बार 90 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन की गई हैं. बाकी दस प्रतिशत टिकट वीआईपी के लिये रखी गई हैं, जो कि जिलाधिकारी के जरिये जारी होंगी.
http://heliyatra.irctc.co.in वेबसाइट के अलावा यात्रियों को कहीं ओर से टिकट मिलती हैं तो वह फर्जी हो सकती हैं. पिछली बार केदारनाथ धाम में हुई हेली दुर्घटना के बाद इस बार हेली सेवाओं के संचालन में कुछ नये नियम भी बनाये गये हैं. उक्त वेबसाइट के अलावा किसी एजेंट या अन्य के जरिये कोई बुकिंग नहीं होगी और जो भी बुकिंग होंगी वह उक्त वेबसाइट पर ही होंगी. आर्यन एविएशन के प्रबंधन विकास तोमर ने बताया कि हेली सेवा कंपनियां केदारघाटी पहुंच गई हैं. 25 अप्रैल को बाबा केदार के कपाट खुलने के साथ ही हेली सेवाएं भी शुरू हो जाएंगी. उन्होंने बताया कि हेली सेवा के इच्छुक यात्री किसी भी एजेंट के बहकावे में ना आएं. ऑनलाइन की प्रक्रिया सिर्फ और सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ही संभव है. अन्य किसी भी वेबसाइट का भरोसा मत करें. उन्होंने बताया कि यूकाडा की गाइडलाइन के तहत ही केदारघाटी से हेली सेवाएं संचालित होंगी.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
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