
काम आया अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में लगा फेस रिकग्निशन सिस्टम, पकड़ा गया आतंकियों का मददगार
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अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था में फेस रिकग्निशन सिस्टम की बदौलत सुरक्षाबलों को पहली कामयाबी मिली है. अनंतनाग पुलिस ने पहलगाम नाके पर इस तकनीक के जरिए एक संदिग्ध ओवर ग्राउंड वर्कर को पकड़ लिया. सिस्टम द्वारा अलर्ट मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और व्यक्ति को हिरासत में लिया. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है.
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए बीते दिनों सुरक्षा एजेंसियों ने फेस रिकग्निशन सिस्टम लगाने का फैसला किया था जिसकी पहली सफलता सामने आई है. अनंतनाग पुलिस ने इस नई तकनीक की मदद से पहलगाम नाका पर एक संदिग्ध ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) को पकड़ा है, जिसे सिस्टम द्वारा फौरन पहचान लिया गया. बता दें कि ओवर ग्राउंड वर्कर सीधे सुरक्षाबलों से नहीं लड़ते बल्कि ये आतंकियों को हर तरह की सुविधा और सूचना मुहैया कराने का काम करते हैं और आम लोगों के बीच घुलमिल कर रहते हैं.
फेस रिकग्निशन सिस्टम से पकड़ा गया OGW
जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकवादियों और असामाजिक तत्वों की पहचान के लिए कई महत्वपूर्ण नाकों पर फेस रिकग्निशन सिस्टम लगाया है. बुधवार को पहलगाम नाके पर इस तकनीक की मदद से एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस को अलर्ट मिला जिसके बाद पुलिस ने तुरंत उसे दबोच लिया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए व्यक्ति की पहचान पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों के पास थी और उसे संभावित ओवर ग्राउंड वर्कर के रूप में चिह्नित किया गया था. जैसे ही वह आरोपी चेकपॉइंट पर पहुंचा, फेस रिकग्निशन सिस्टम ने उसे सिस्टम में फीड किए गए डेटा से मिलाया और उसके खिलाफ अलर्ट जारी कर दिया.
इसके बाद मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया. पकड़े गए आरोपी से फिलहाल पूछताछ की जा रही है और जांच एजेंसियां उसके नेटवर्क और मंसूबों का पता लगाने में जुट गई है.
अनंतनाग पुलिस की यह कार्रवाई अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि आगे भी इस तकनीक का उपयोग यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के लिए किया जाएगा.

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