कर्नाटक: महिला मिलिट्री पुलिस का पहला बैच भारतीय सेना में शामिल, दी गई 61 हफ्तों की कड़ी ट्रेनिंग
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महिला मिलिट्री पुलिस का पहला बैच भारतीय सेना में अब शामिल हो गया है. बेंगलुरु के द्रोणाचार्य परेड ग्राउंड में शनिवार को तसदीक परेड का आयोजन किया गया और इस तरह से भारतीय सेना को महिला मिलिट्री पुलिस का पहला बैच मिल गया.
महिला मिलिट्री पुलिस का पहला बैच अब भारतीय सेना में शामिल हो गया है. शनिवार को बेंगलुरु के द्रोणाचार्य परेड ग्राउंड में तसदीक परेड का आयोजन किया गया और भारतीय सेना को महिला मिलिट्री पुलिस का पहला बैच मिल गया. कोरोना काल की वजह से इस परेड को छोटे स्तर पर आयोजित किया गया था और तमाम तरह के प्रोटोकॉल का भी पालन हुआ. Karnataka: First batch of women Military Police inducted into the Indian Army. Corps of Military Police Centre & School at Bengaluru held the attestation parade of the first batch of 83 women soldiers at the Dronacharya Parade Ground today. pic.twitter.com/KS7daHWjm4 तसदीक परेड की कुछ तस्वीरें सामने आईं जिन्हें देख हर कोई गर्व महसूस कर सकता है. CMP सेंटर और स्कूल के कमांडेंट भी इस परेड के दौरान काफी खुश नजर आए. उन्होंने इस पहले बैच को तो बधाई दी ही, वहीं इस बात का भी भरोसा जताया कि उनकी सेवा से भारतीय सेना की शक्ति और ज्यादा बढ़ेगी. उनकी तरफ से उस मुश्किल ट्रेनिंग का भी जिक्र किया गया जिसको पार करने के बाद ये पहला बैच सेना में शामिल किया गया.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.