कभी चोट के चलते भाला नहीं फेंक पा रहे थे नीरज चोपड़ा, मुंबई में हुई सर्जरी फिर मिला 'ओलंपिक वाला हाथ'
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नीरज का ऑपरेशन करने वाले आर्थोपेडिक सर्जन दिनशॉ पारदीवाला ने बताया कि चोपड़ा को कोहनी में चोट लगी थी, यह उनके करियर को भी खतरे में डाल सकती थी, लेकिन समय पर इलाज से उन्हें मदद मिली.
नीरज चोपड़ा ने शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर भाला फेंककर भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. नीरज 2018 कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीतने के बाद से ही ओलंपिक की तैयारी करने में जुट गए थे. लेकिन 2019 का साल उनके लिए अच्छा नहीं रहा. चोट और फिर सर्जरी के चलते करीब 6 महीने वे मैदान से दूर रहे. नीरज ने 2019 में उसी हाथ की सर्जरी कराई थी, जिससे वे भाला फेंकते थे.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.