कभी केजरीवाल, कभी ममता... तो फिर लालू-नीतीश, INDIA अलायंस की हर बैठक में रहा रूठने-मनाने का सिलसिला
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मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्षी पार्टियां हर प्रयास कर रही हैं. इसी के मद्देनजर INDIA गठबंधन का गठन किया गया. अब तक गठबंधन की 4 बैठकें हो चुकी हैं. लेकिन हर बैठक में कोई न कोई नेता किसी न किसी मुद्दे पर नाराज नजर आया. मंगलवार को दिल्ली में हुई चौथी बैठक में नीतीश कुमार और लालू यादव नाराज नजर आए.
2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे और प्रचार जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विपक्षी पार्टियों ने दिल्ली में INDIA गठबंधन की चौथी बैठक की. इसमें 28 पार्टियां शामिल हुईं, उन्होंने अपनी पार्टी की लाइनें प्रस्तावित कीं. इस दौरान ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का प्रधानमंत्री चेहरा बनाए जाने का प्रस्ताव रखा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया.
रिपोर्ट्स की मानें तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू यादव इस सुझाव से नाराज नजर आए. इतना ही नहीं, दोनों नेता बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए और बैठक के बाद होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए. हालांकि यह पहली बार नहीं है जब INDIA गठबंधन की बैठक में कोई नेता नाराज नजर आया है. इससे पहले की भी बैठकों पर भी नजर डालें तो इस तरह के कई वाकये सामने आ जाएंगे.
23 जून को पटना में पहली बैठक- केजरीवाल नाराज
दरअसल, विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी. इस बैठक का नेतृत्व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. बैठक में विपक्ष की 15 पार्टियों ने हिस्सा लिया. इसका मकसद आगामी आम चुनाव में मोदी सरकार का मुकाबला करने के लिए विपक्ष को एकजुट करना था. हालांकि बैठक के दौरान अरविंद केजरीवाल नाराज नजर आए. कारण, वह चाहते थे कि दिल्ली में नौकरशाहों पर नियंत्रण संबंधी अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो और कांग्रेस इस पर उनका समर्थन करे.
17-18 जुलाई को बेंगलुरु में दूसरी बैठक- नीतीश नाराज
17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई दूसरी बैठक में आगामी आम चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए 26 विपक्षी पार्टियां एक साथ आईं. बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को INDIA नाम दिया गया. INDIA मतलब- इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस है. यहां भी नीतीश कुमार नाराज नजर आए थे. कारण, उन्होंने विपक्षी गठबंधन के नाम के रूप में INDIA पर कड़ी आपत्ति जताई थी.
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