एमपी: विधानसभा में नहीं बोल सकेंगे बंटाधार, बीजेपी विधायक की मांग- असंसदीय सूची से हटाएं शब्द
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मध्य प्रदेश विधानसबा के मॉनसून सत्र के दौरान 1100 शब्दों को असंसदीय करार दिया गया है. असंसदीय शब्दों की लिस्ट में बंटाधार शब्द भी है, जिसे हटाने की मांग एक बीजेपी विधायक ने विधानसभा में रखी है.
सोमवार से शुरू हुए मध्य प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र में इस बार करीब 1100 शब्दों को असंसदीय करार दिया गया है. ऐसे शब्दों की सूची भी जारी की गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक, रामेश्वर शर्मा ने इस सूची से 'बंटाधार' शब्द को हटाने की मांग की है. श्री दिग्विजय सिंह द्वारा 10 वर्षों के कठिन परिश्रम के बाद मध्यप्रदेश की जनता ने उन्हें बँटाधार शब्द से नबाज़ा है, उनकी उपलब्धि भरे “बँटाधार शब्द” को विलोपित किए जाने के निर्णय पर पुनर्विचार किया जाना उचित होगा .@Girish_gautammp @ChouhanShivraj@rajneesh4n @digvijaya_28 pic.twitter.com/Ze7M0x97Bvदेश भर में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों के लिए वोटों की गिनती जारी है. चुनावी सरगर्मी के बीच मौसम विभाग (IMD) ने आज यानी 4 जून को उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली और ओडिशा के कुछ हिस्सों में लू का दौर जारी रहने की आशंका जताई है. वहीं केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में मॉनसूनी बारिश जारी रहने की संभावना है.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर फिल्मी गलियारों में भी काफी हलचल रही. कई शोबिज सितारे चुनावी मैदान में उतरे हैं. कंगना रनौत, अरुण गोविल वीआईपी सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं. कंगना जहां मंडी से उम्मीदवार हैं, वहीं अरुण गोविल मेरठ से कैंडिडेट हैं. हेमा मालिनी, शत्रुघ्न सिन्हा, पवन सिंह, निरहुआ की किस्मत का भी फैसला होगा.
आज लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना है. इस बीच देशभर की वीआईपी सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. इन 51 हॉट सीटों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाराणसी सीट, कंगना रनौत की उम्मीदवारी वाली मंडी सीट, हेमा मालिनी की उम्मीदवारी वाली मथुरा सीट, अरुण गोविल की उम्मीदवारी वाली मेरठ सीट और शत्रुघ्न सिन्हा की उम्मीदवारी वाली आसनसोल सीट भी शामिल हैं.
राज्यपाल ने संकट में फंसे लोगों को तुरंत मदद देने के लिए एक क्विक रिस्पांस टीम का गठन भी किया है. उन्होंने कहा कि ज़रूरतमंद लोगों को आवास और परिवहन भी मुहैया कराया जाएगा. राज्यपाल ने सभी लोगों से संयम बरतने और उपद्रवियों की ओर से शांति भंग करने या संभावित हिंसा के बारे में किसी भी जानकारी की सूचना राजभवन को देने की अपील की है.