
आवारा पशु, बेरोजगारी... 2024 में चाहिए जीत तो CM योगी को इन 8 चुनौतियों से पाना होगा पार
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत के साथ सत्ता में वापसी की है. बीजेपी गठबंधन 273 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा. लेकिन इस एतिहासिक जीत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए कई बड़ी चुनौतियां उनका इंतजार कर रही हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं. यूपी फतह के बाद अब बीजेपी के सामने 2024 लोकसभा चुनाव का रण होगा, जिसे जीतने के लिए उत्तर प्रदेश अहम राज्य है.
हालांकि, योगी सरकार 2.0 के सामने कई चुनौतियां होंगी जिनसे पार पाना उनके लिए जरूरी है. आवारा पशुओं का मसला, बेरोजगारी जैसे कई मुद्दे हैं जिनसे पार होकर ही बीजेपी 2024 का किला फतह कर सकती है.
1. बेरोजगारी से निपटने की चुनौती
बेरोजगारी को लेकर बार- बार विपक्ष के निशाने पर आई राज्य सरकार के लिए इससे छुटकारा पाने की चुनौती बड़ी होगी. दरअसल, पिछले कुछ सालों में प्रदेश समेत देशभर में रोजगार में कमी आने की कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार यूपी में बेरोजगारों की संख्या 17.07 करोड़ पहुंच गई है. कोरोना काल में कई लोगों ने बैठे-बिठाए अपनी नौकरी से हाथ धो लिया.नौकरी कर रहे लोगों की तादाद 16 लाख से ज्यादा घट गई है.वहीं, आगामी 5 वर्षों में यूपी में रोजगार पैदा करना अब योगी के सामने बड़ा चैलेंज होगा. सरकारी नौकरी के साथ-साथ कोरोना काल में बेहाल हुए लोगों के लिए नए मौके और रोजगार के अवसर पैदा करना योगी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगी.
2. पुरानी पेंशन स्कीम का मुद्दा
उत्तर प्रदेश के चुनाव में पेंशन स्कीम और उससे नाराज कर्मचारियों का मुद्दा काफी हावी रहा. सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की बात कही. इसका चुनाव में असर भी दिखा था. पोस्टल बैलेट पेपर में बीजेपी को हार और सपा को जीत मिली है, जिससे साफ तौर पर समझा जा सकता है कि सरकारी कर्मचारियों के लिए यह मुद्दा कितना अहम रहा.

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