'अरुणाचल या कश्मीर... कहीं भी कर सकते हैं मीटिंग', G-20 की मेजबानी पर सवाल उठा रहे चीन-पाकिस्तान को PM मोदी की दो टूक
AajTak
प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी जी 20 शिखर सम्मेलन को लेकर विस्तार से इसके महत्व के बारे में बताया है. प्रधानमंत्री ने विभिन्न विषयों पर बात की. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा.
भारत की जी20 अध्यक्षता के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे कई सकारात्मक प्रभाव हुए हैं और उसमें से कुछ "मेरे दिल के बहुत करीब" हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, 'जी20 में, हमारे शब्दों और दृष्टिकोण को दुनिया न कि केवल विचारों के रूप में बल्कि भविष्य के रोडमैप के रूप में देख रही है.दुनिया का जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण अब मानव-केंद्रित में बदल रहा है और भारत उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है.'
श्रीनगर और अरुणाचल में जी 20 बैठक पर चीन और पाकिस्तान की आपत्ति को खारिज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के हर हिस्से में बैठक कर सकते हैं. पीटीआई को दिए विशेष साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा कि गैर-जिम्मेदार वित्तीय नीतियाों और लोक लुभावने वादों से तुरंत राजनीतिक फ़ायदे मिल सकते हैं, लेकिन भविष्य में इसकी आर्थिक और सामाजिक क़ीमत चुकानी पड़ती हैं. इसमें नुक़सान ग़रीबों का ही होता है.
फेक न्यूज का किया जिक्र उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' भी विश्व कल्याण के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हो सकता है. रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न संघर्षों को हल करने का एकमात्र तरीका बातचीत और कूटनीति है. उन्होंने कहा कि आज भारतीयों के पास विकास की नींव रखने का शानदार मौका है जिसे अगले हजारों वर्षों तक याद रखा जाएगा.
फेक न्यूज का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, फर्जी खबरें अराजकता पैदा कर सकती हैं और समाचार स्रोतों की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इनका इस्तेमाल सामाजिक अशांति को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है.' प्रधानमंत्री ने कहा कि 9 साल की राजनीतिक स्थिरता के कारण कई सुधार हुए और विकास होना स्वाभाविक है.
जी20 की बताई अहमियत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता ने तथाकथित तीसरी दुनिया के देशों में भी विश्वास के बीज बोए. उन्होंने कहा, 'भारत की जी20 प्रेसीडेंसी की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' सिर्फ नारा नहीं बल्कि हमारे सांस्कृतिक लोकाचार से प्राप्त व्यापक दर्शन है. निकट भविष्य में भारत विश्व की शीर्ष 3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा. उन्होंने कहा कि एक दशक से भी कम समय में भारत ने रिकॉर्ड छलांग लगाते हुए पांचवा स्थान हासिल किया था.'
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.