
TDP ने लोकसभा में किया वक्फ बिल का सपोर्ट, लेकिन केंद्र सरकार से की ये गुजारिश
AajTak
लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर बहस में भाग लेते हुए टीडीपी सांसद कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने कहा कि केंद्र सरकार को इस अधिनियम के तहत नियम बनाते समय राज्यों को वक्फ बोर्ड की संरचना तय करने की स्वतंत्रता देने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार मुस्लिम महिलाओं, युवाओं और समाज के वंचित तबके के हित में राज्यों को यह अधिकार देने के सुझाव पर गंभीरता से विचार करेगी.
एनडीए की सहयोगी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने बुधवार को केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वक्फ बोर्डों की संरचना तय करने में राज्यों को छूट दी जाए. लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर बहस में भाग लेते हुए टीडीपी सांसद कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने कहा कि केंद्र सरकार को इस अधिनियम के तहत नियम बनाते समय राज्यों को वक्फ बोर्ड की संरचना तय करने की स्वतंत्रता देने पर विचार करना चाहिए.
भारत में 8.7 लाख वक्फ संपत्तियां
उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार मुस्लिम महिलाओं, युवाओं और समाज के वंचित तबके के हित में राज्यों को यह अधिकार देने के सुझाव पर गंभीरता से विचार करेगी. तेन्नेटी ने कहा कि यह कदम टीडीपी की समावेशी विकास और समुदायों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाएगा.
इस विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के विनियमन और प्रबंधन से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन करना है. भारत में 8.7 लाख वक्फ संपत्तियां हैं, जो 9.4 लाख एकड़ भूमि में फैली हुई हैं और इनकी अनुमानित कीमत 1.2 लाख करोड़ रुपये है.
वक्फ अधिनियम की धारा 40 को हटाने का प्रस्ताव
इस विधेयक के तहत वक्फ अधिनियम की धारा 40 को हटाने का प्रस्ताव रखा गया है, जो वक्फ बोर्डों को संपत्तियों की वक्फ स्थिति निर्धारित करने की शक्ति देता है. तेन्नेटी ने कहा कि इन संपत्तियों का सामुदायिक लाभ के लिए सही ढंग से उपयोग नहीं किया गया है और इसे बेहतर तरीके से संचालित करने की जरूरत है.

कभी प्रभु राम को काल्पनिक बताने जैसी सीमा लांघी गई थी तो अब राम का धर्म और उनकी जाति ढूंढ़ने वाले भी आ गए हैं. ममता के करीबी TMC के विधायक मदन मित्रा ने दावा किया कि प्रभु राम 'मुस्लिम' थे. चंद महीनों में बंगाल में चुनाव हैं. ऐसे में इस बयान की टाइमिंग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. सवाल है कि क्या मुस्लिम वोट के लिए प्रभु राम के नाम पर सियासत हो रही है? देखें हल्ला बोल.

पराली जलाने के बिना भी राजधानी में वायु गुणवत्ता खराब होने के पीछे ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्री और धूल जैसे स्थानीय कारण मुख्य हैं, सरकार और समाज की सामूहिक विफलता के कारण दिल्लीवासी प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. अब समय है कि हम अपनी आदतों में बदलाव करें और प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाएं.

यूपी में पिछले दो तीन दिनों में ऐसे अहम सियासी सवाल उठाये गए हैं, जिसके मूल में सवाल है कि धर्म बड़ा या संविधान? क्योंकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बहराइच पुलिस के एक कार्यक्रम के वीडियो पर कुछ ऐसा ही सवाल उठाया है. दरअसल बहराइच में एक कथावाचक का कार्यक्रम पुलिस कप्तान ने कराया था. उसमें कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. ये वीडियो जब वायरल हुआ तो सवाल उठे कि कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर क्यों और किस हैसियत से दिया गया. देखें दंगल.

चंडीगढ़ में मौसम ने ठंड और कोहरे के साथ अपने तेवर दिखाए हैं. यहां लगातार दूसरे दिन घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई है और वाहनों को हेडलाइट्स और ब्लिंकर्स जलाकर चलना पड़ रहा है. शहर की रफ्तार भी इस कोहरे के कारण धीमी पड़ गई है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए हल्की बारिश की संभावना जताई है, जिससे सर्दी और बढ़ सकती है.

आज आपको बताएंगे कि कैसे नकली और जहरीले प्रोटीन आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन रहे हैं. नकली देसी अंडे, मिलावटी दूध और चमड़ा रंगने वाले रसायन से पीला किया हुआ भुना चना बाजार में बिक रहा है. यह रंग जहरीला और प्रतिबंधित है, जो कैंसर समेत कई रोगों का खतरा बढ़ाता है. खाद्य सुरक्षा विभाग ने इन मिलावटों पर निगरानी बढ़ाई है लेकिन जनता को भी सतर्क रहने की जरूरत है.

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर पर्यावरण मंत्री सिरसा ने टिप्पणी की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह समस्या पिछली AAP सरकार की नीतियों और कार्यों का परिणाम है, जिसे कुछ महीनों के अंदर समाप्त करना संभव नहीं है. उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार इस दिशा में कई कड़े कदम उठा रही है, जिनमें BS-VI वाहनों पर सख्त नियम लागू करना और एंटी-स्मॉग गन जैसी तकनीकों के उपयोग पर काम करना शामिल है.

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में धर्मांतरित व्यक्ति के शव को कब्र से निकालने के बाद विवाद हुआ. ये मामला तेवड़ा गांव का है जहां तीन दिन से विवाद चल रहा था और आगजनी में बदल गया. इस दौरान पुलिस ने बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की. ग्रामीणों ने सरपंच के घर के पास स्थित चर्च में आग लगा दी, जिससे हालात तनावपूर्ण हो गए.






